Online Safety: छोटे बच्चों की इंटरनेट (Internet) तक एक्सेस काफी सामान्य सी बात हो गई है. बच्चे ऑनलाइन काफी समय बिता रहे हैं. खासकर चल रहे लॉकडाउन में इसमें तेज बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. लेकिन पैरेंट्स को अपने बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी (Online Saftey) का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है. ऑनलाइन इंटरनेट सिक्योरिटी उपलब्ध कराने वाली कंपनी McAfee AntiVirus की वेबसाइट पर दी जानकारी के मुताबिक, अगर बच्चे इंटरनेट पर ज्यादा समय बिता रहे हैं तो पैरेंट्स को इसपर खास ध्यान देना चाहिए.

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छोटे बच्चों में स्क्रीन वाले डिवाइस (Screen Devices) को लेकर पैरेंट्स को शुरुआती समय से ही ध्यान देना चाहिए. McAfee के मुताबिक, अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडिएट्रिक्स का कहना है कि अगर बच्चा 24 महीने से कम उम्र का है तो उसके आस-पास सभी स्क्रीन को ऑफ रखें. ऐसे कुछ तरीके हैं जिससे आप बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी को तय कर सकते हैं.

  • डिवाइस को हमेशा किसी कॉमन प्लेस पर रखें. कोशिश करें कि टीवी, कंप्यूटर और दूसरे डिवाइस को एक ही जगह रखें. इससे आप बच्चों की ऑनलाइन एक्टविटी पर नजदीक से नजर रख सकेंगे.
  • डिवाइस यूज की लिमिट तय करें. अगर आपने किसी ऑनलाइन गेम के लिए 20 मिनट तय किया है तो इस नियम का रेगुलर पालन करें. एक तरह से फैमिली डिवाइस नियम का पालन करें.
  • किसी भी डिवाइस का पासवर्ड बच्चों को न बताएं. जब बच्चा डिवाइस की मांग करें तो उससे पूछें कि उसे पासवर्ड क्यों चाहिए और ऑनलाइन क्या करना है. सभी डिवाइस का स्कीन लॉक लॉक रखें. 

 

(रॉयटर्स) 

  • अगर आप छोटे बच्चों को डिवाइस देते हैं तो कोशिश करें कि आप उसकी एक्टिविटी के समय पास में बैठें. उसे कंटेट के बार में बताएं. दरअसल, बच्चे जब अकेले में ऑनलाइन कंटेट देखते हैं तो वह फेस के एक्सप्रेशन के मुताबिक चीजें देखना पसंद करते हैं. उन्हें इसका पता नहीं होता है कि क्या देखना है. डिवाइस में पैरेंटल लॉक जरूर रखें. अगर वह कोई गलत कंटेट देख रहा हो तो उसे तुरंत रोकें.
  • हर उम्र के बच्चे जो एक शब्द सबसे ज्यादा समझते हैं, वह है - मेरा. अगर आपका बच्चा शुरुआत से ही ऑनलाइन बात करना शुरू कर दिया तो उसे बताएं कि क्यों नाम, फैमिली मेंबर के नाम, स्कूल का नाम और पता को प्राइवेट मोड में रखना क्यों जरूरी है.
  • बच्चों से कम्यूनिकेश हमेशा रखें. उनसे बात करें. इससे वह आपके साथ जुड़ा रहेगा तो डिवाइस पर ध्यान कम जाएगा.  

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  • जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसे बताएं कि उससे जुड़ी इन्फॉर्मेशन कोई दूसरा चुपके से जानने की कोशिश कर सकता है. उसे बताएं कि कभी भी pop-up ads, hyperlinks, और किसी अनजान मैसेज पर क्लिक न करे. इसमें मॉवेयर और फिशिंग लिंक भी हो सकते हैं.