Mobile Phone Export: मोबाइल कंपनियों और इससे जुड़े लोगों के लिए जून तिमाही काफी अच्छा रहा. इस दौरान मोबाइल फोन के एक्सपोर्ट में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है. आपको बता दें कि इसका निर्यात बढ़कर 4,300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. आईसीईए यानी India Cellular & Electronics Association ने ये जानकारी दी. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

तीन गुना बढ़ा एक्सपोर्ट

इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) ने मंगलवार (24 अगस्त, 2021) को कहा कि अप्रैल-जून 2021 तिमाही के दौरान भारत का मोबाइल फोन निर्यात तीन गुना बढ़कर 4,300 करोड़ रुपये हो गया. एसोसिएशन के मुताबिक, एक साल पहले इसी अवधि में मोबाइल फोन का निर्यात लगभग 1,300 करोड़ रुपये था. जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी की पहली लहर से प्रभावित हुई थी.

संगठन के अध्यक्ष पंकज मोहिंद्रू ने एक बयान में कहा कि, मोबाइल हैंडसेट निर्माण उद्योग प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के सपने के अनुरूप दुनिया का टॉप मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन बनने के अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए अपने विकास कीगति और अपनी ऐतिहासिक यात्रा को जारी रखे हुए है. उन्होंने कहा कि महामारी की दूसरी लहर के बावजूद इंडस्ट्री ने मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें सरकार की मैन्युफैक्चरिंग और PLI (Production-linked incentive) योजना को जारी रखने की विवेकपूर्ण नीति से मदद मिली है.

2014-15 के बाद सबसे कम इंपोर्ट

मोहिंद्रू ने कहा कि चालू कारोबारी साल की पहली तिमाही के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामानों के एक्सपोर्ट में भी सालाना आधार पर 100 प्रतिशत की शानदार वृद्धि हुई है और यह 20,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है. उन्होंने कहा कि, 2021-22 की पहली तिमाही के दौरान मोबाइल फोन का इंपोर्ट भारी गिरावट के साथ 600 करोड़ रुपये हो गया जो 2020-21 की इसी अवधि में 3,100 करोड़ रुपये था. यह 2014-15 के बाद से अब तक के सबसे निचले स्तर पर है. आईसीईए के आंकड़ों के मुताबिक जून 2021 तिमाही में लैपटॉप और टैबलेट का इंपोर्ट जून 2020 तिमाही की तुलना में 50 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि के साथ 10,000 करोड़ रुपये हो गया. जून 2020 में आयात 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का था.

Zee Business Hindi Live यहां देखें