स्मार्टफोन की दुनिया में आईफोन का अलग ही रुतबा है. जैसे-जैसे iPhone की कीमत बढ़ती है, उसी स्पीड से इसकी पॉपुलरिटी भी बढ़ती जाती है. iPhone को लेकर लोगों में जुनून इस कदर है कि लाखों रुपये के इस फोन को खरीदने के लिए लोग रातभर लाइन में खड़े होकर इंतजार तक करते हैं. भारत में भी इस फोन के कद्रदानों की कमी नहीं है. iPhone बनाने वाली कंपनी एप्पल लगातार इसकी तकनीक में बदलाव कर रही है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वैसे तो आईफोन बहुत से लोग इस्तेमाल करते हैं, लेकिन बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि iPhone में आई (i) का मतलब क्या होता है.

iPhone में 'i' का मतलब

iPhone ही नहीं एप्पल (Apple) के तमाम प्रोडक्ट्स iMac, iPod, iTunes, iPad में भी आई (i) लगा होता है. 1998 में एप्पल के एक इवेंट में, स्टीव जॉब्स ने 'i' और "मैक" के बीच लिंक की व्याख्या करते हुए iMac की शुरुआत की थी. स्टीव जॉब्स ने बताया कि iMac में 'i' इंटरनेट के लिए इस्तेमाल किया गया है.

इंटरनेट के अलावा Apple में 'i' का अर्थ व्यक्ति विशेष (individual), सीख देना (instruct), सूचना (inform) और प्रेरणा (inspire) के लिए भी है. 

जब 2007 में iPhone की घोषणा की गई थी, तो इसके तीन प्रमुख हिस्सों (ingredients) फंडामेंटल म्यूजिक और फोन कॉल में से एक इंटरनेट संचार (Internet communication) था, जो 'i' को इंटरनेट के मूल उद्देश्य तक वापस लाता है. 

बदल जाएगा 'i' का मतलब

लेकिन अब iPhone में 'i' का मतलब बदलने जा रहा है. iPhone बनाने वाली कंपनी Apple का टारगेट भारत को अपनी ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग के प्रमुख हब में से एक बनाना है. अब भारत में आईफोन के नए मॉडल्स की असेंबलिंग भी हुआ करेगी. अभी तक Apple के ज्यादातर प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग चीन में होती है. लेकिन अब Apple इस मैन्युफैक्चरिंग को चीन से शिफ्ट करते भारत में लाने पर विचार कर रहा है. क्योंकि, अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर में Apple को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. 

 

देखें Zee Business LIVE TV

भारत में ही बनेगा iPhone

जानकारी मिली है कि Apple ने चेन्नई स्थित फॉक्सकॉन के प्लांट में आईफोन XR की मैन्युफैक्चरिंग शुरू की है. हालांकि, Apple के दो बड़े ग्लोबल कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स भारत में पहले से ही मौजूद हैं. Apple का कहना है कि भारत में iPhone का बाजार लगातार बढ़ रहा है. भारत में ही iPhone का निर्माण होने से उसे इंपोर्ट ड्यूटी में काफी बचत होगी. 

Apple पहले ही भारत में अपने मालिकाना हक वाले रिटेल स्टोर्स खोलने और आईफोन की सीधे ऑनलाइन बिक्री करने की योजना तैयार भी कर चुका है.