Google Voice: लोगों को स्पैम मैसेज से बचाने के लिए Google Voice ने Android और iOS पर 'सस्पेक्टेड स्पैम मैसेज' फीचर की शुरुआत की है. गूगल का ये नया फीचर सस्पेक्टेड स्पैम कॉलर वार्निंग्स के जैसा है, लेकिन ये फीचर केवल SMS मैसेज के लिए है. इस नये फीचर के तहत अब यूजर्स को प्रोफाइल अवतार स्पॉट में दिखाई देने वाले रेड एक्सक्लेमेशन साइन के साथ 'सस्पेक्टेड स्पैम मैसेज' के बारे में अलर्ट किया जाएगा. मैसेज प्रीव्यू में आसान आईडेंटिफिकेशन के लिए मैचिंग कलर में 'सस्पेक्टेड स्पैम' फ्रेज (Phrase) भी शामिल होगा.

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गूगल ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "अगर आप गूगल वॉयस का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप हमारे 'सस्पेक्टेड स्पैम कॉलर वार्निंग्स' जानते होंगे. हम इस फीचर को Android और iOS डिवाइस पर SMS मैसेज तक बढ़ा रहे हैं."

स्पैम मैसेज कैसे पहचाने ?

यूजर्स को मैसेज के अंदर ये लेबल दिखाई देंगे और वे किसी 'सस्पेक्टेड स्पैम मैसेज' को पहचान सकते हैं, जिससे उस नंबर से फ्यूचर में आने वाले मैसेज सीधे स्पैम फोल्डर में चले जाते हैं या लेबल किए गए मैसेज को 'नॉट स्पैम' में लेबल कर सकते हैं, जिसके बाद उस नंबर पर सस्पेक्ट स्पैम लेबल फिर कभी नहीं दिखेगा. 

किसे मिलेगा ये फीचर 

ये स्पैम टेक्स्ट प्रोटेक्शन फ्री और पेड गूगल वॉयस अकाउंट्स (स्टार्टर, स्टैंडर्ड और प्रीमियर) दोनों के लिए उपलब्ध होगी. कंपनी के मुताबिक, इसे फिलहाल लॉन्च किया जा रहा है और आने वाले हफ्तों में यह यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा. 

गूगल का प्रूफरीड फीचर

इस बीच, गूगल ने बीटा यूजर्स के लिए जीबोर्ड (Gboard) में एक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) का "प्रूफरीड" फीचर शुरू कर दिया है. 9TO5 गूगल की रिपोर्ट के मुताबिक, जीबोर्ड वर्जन 13.4 के साथ कीबोर्ड के टूलबार में "प्रूफरीड" ऑप्शन दिखाई देता है, जो वर्तमान में एंड्रॉइड पर बीटा में है, जो यूजर्स को स्पेलिंग या ग्रामर एरर के लिए अपने टेक्स्ट की जांच करने की अनुमति देता है, यह सब जेनरेटिव AI द्वारा संचालित होता है।

ये फीचर हमारे पिक्सेल फोल्ड पर गूगल के जेनरेटिव AI सिंबल के साथ "फिक्स्ड इट" प्रांप्ट के रूप में दिखाई दी. फिर एक पॉप-अप बताता है कि प्रूफरीडिंग कैसे काम करती है, अगर आप फीचर इनेबल करते हैं तो टेक्स्ट प्रोसेसिंग के लिए गूगल को भेजा जाएगा.

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