Google, 1 जनवरी, 2022 से सभी सदस्यता-आधारित सेवाओं (subscription-based services) के लिए अपने ऐप स्टोर फी को मौजूदा 30% से घटाकर 15% करने जा रहा है. यह एलान ऐसे समय किया जा रहा है जब कंपनी भारत समेत दुनिया भर में उनके ऐप स्टोर प्रैक्टिस को  लेकर जांच का सामना कर रही है.

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फिलहाल Google वर्तमान में सभी सब्सक्रिप्शन बेस्ड सर्विस के लिए 30% तक शुल्क लगाता है जो 12 महीने की रिकरिंग सब्सक्रिप्शन के बाद घटकर 15 प्रतिशत हो जाता है. Google के मैनेजमेंट प्रोडक्ट के वाइस प्रेसिडेंट समीर समत ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "हमने सुना है कि ग्राहक मंथली सब्सक्रिप्शन बिजनेस के लिए घटी हुई दर से लाभ उठाना चुनौतीपूर्ण बना देता है. इसलिए, हम यह सुनिश्चित करने के लिए चीजों को सरल बना रहे हैं".

Google ने कहा कि ई-बुक्स और ऑन-डिमांड म्युजिक स्ट्रीमिंग सेवाएं, जहां " कंटेंट की ज्यादातर बिक्री पर खर्च होता है, इसके सेवा शुल्क में और कमी के लिए पात्र होंगे, जो "10 प्रतिशत तक कम हो सकता है". ये बात ध्यान देने लायक है कि किसी खास कैटेगिरी में कटौती, जिसे गूगल मीडिया एक्सपीरियंस प्रोग्राम कहा जाता है, वो कंपनी के विवेक पर है और उच्च सामग्री लागत पर आधारित है.

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नई दरें, नई पहचान

समत आगे कहते हैं कि,''नई दरें मीडिया कंटेंट वर्टिकल्स के उद्योग अर्थशास्त्र को पहचान दिलाती हैं और Google Play को डेवलपर्स और कलाकारों के समुदायों, म्युजिशियन्स और लेखकों के लिए बेहतर काम करने के काबिल बनाती है". समत आगे कहते हैं कि 99% डेवलपर्स 15% या उससे कम के सेवा शुल्क के लिए पात्र होते हैं. ये परिवर्तन कई उद्योगों और क्षेत्रों में डेवलपर्स से "सीखने और सुनने" के बाद किए गए थे, जिसमें Bumble, Calm, Duolingo, PicsArt और Smule शामिल थे.  हम डेवलपर्स की चुनौतियों और अवसरों को समझने के लिए उनके साथ जुड़ेंगे और ये देखेंगे कि कैसे हम स्थायी व्यापार को तैयार करने में उनका बेहतर समर्थन कर सकते हैं. जबकि Google ने अपने ऐप स्टोर पर डिजिटल सामान बेचने वाले ऐप्स के लिए हमेशा 30 प्रतिशत कमीशन लिया है, फर्म ने पिछले साल अक्टूबर में कहा था कि वह 30 सितंबर, 2021 से इस कमीशन को और अधिक सक्रिय रूप से लागू करेगा. इसके बाद ये देखने में आया कि इस बदलाव से Play Store पर 3 प्रतिशत से कम ऐप प्रभावित होने की उम्मीद है जो वर्तमान में कंपनी के बिलिंग सिस्टम का इस्तेमाल ही नहीं कर रहे हैं.

हालांकि, भारतीय डेवलपर समुदाय से मिले भारी विरोध के बाद, गूगल ने मार्च 2022 तक इसे लागू करने में देरी की. Google ने हर साल प्ले बिलिंग सिस्टम का उपयोग करके कमाई करने वाले पहले $ 1 मिलियन का रेवेव्यू देनेवालों के लिए अपनी कमीशन दर को घटाकर 15 प्रतिशत करने की भी घोषणा की, जो जुलाई 2021 में लागू हुआ.