केंद्र सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने का हर संभव प्रयास कर रही है. सरकार आत्मनिर्भर कृषि के लिए पशुधन को बढ़ावा दे रही है. सरकार का मानना है आधुनिक तकनीकों और डिजिटल माध्यम को अपना कर इस टारगेट को पूरा किया जा सकता है. 

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इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज पशुपालन करने वाले किसानों के लिए ई-गोपाल ऐप लॉन्च किया है. 

e-Gopala App एक प्लेटफार्म है जिसके जरिए पशुपालक उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालन से जुड़ी सारी जानकारी ले सकते हैं. 

ई-गोपाल ऐप

ई-गोपाल ऐप को गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से इस ऐप पर रजिस्ट्रेशन करने से आपके सामने 6 ऑप्शन नजर आएंगे. इनमें सबसे पहले है पशु पोषण. यहां आपको पशु के पोषण आहार के बारे में जानकारी दी जाती है.

आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति विकल्प पर आप अपने पशुओं के रोग और उनके उपचार के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं. मेरा पशु आधार ऑप्शन में किसान अपने सभी पुराने और नए पशुओं की जानकारी देख सकते हैं. 

अलर्ट ऑप्शन में किसानों को अपने पशुओं के टीकाकरण की तारीखों के बारे में जानकारी मिलती रहेगी. आयोजन देखें ऑप्शन में किसान नजदीक के टीकाकरण कैंप या ट्रेनिंग प्रोग्राम के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं. पशु बाजार ऑप्शन में किसानों कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों और अच्छी नस्ल वाले पशुओं के वीर्य की बिक्री की जानकारी मिलती है.

मत्स्य संपदा योजना

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने देश के मछुआरों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना  (Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana-PMMSY) की भी सौगात दी. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को देश भर में मछली पालन को बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है. अगले 5 सालों इस स्कीम के तहत लगभग 20,050 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. मछली पालन के क्षेत्र में आजादी के बाद से अब तक का यह सबसे बड़ा निवेश है. 

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प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से मछली उत्पादन को 150 लाख टन से बढ़ाकर 220 लाख टन तक करना है. सरकार के मुताबिक इस स्कीम से देश में लगभग 55 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. सरकार का मकसद मछली पालन के निर्यात को बढ़ाकर एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना है.