WhatsApp now a spam factory: वॉट्सऐप पर आए दिन फेक मैसेज की बाढ़ आती रहती है. ऐसे में WhatsApp देश का स्पैम मैसेज फैलाने का सबसे बड़ा जरिया बन गया है. आसान भाषा में कहें तो इसे 'Spam Factory’ कहा जा रहा है. इसको लेकर एक सर्वे जारी हुआ है, जिसमें बताया गया कि 95% भारतीय यूजर्स को वॉट्सऐप की तरफ से डेली स्पैम मैसेज मिलते हैं. कई यूजर्स को डेली 1 से 8 या उससे भी ज्यादा स्पैम और प्रमोशनल मैसेज मिलते हैं. हालांकि, Meta के इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप में किसी भी नंबर को ब्लॉक करने और रिपोर्ट करने का ऑप्शन मिलता है, फिर भी यूजर्स को डेली बड़ी मात्रा में स्पैम मैसेज प्राप्त हो रहे हैं.

95% यूजर्स को डेली मिलते हैं Spam Message

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

LocalCircles की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केवल 5% ही भारतीय यूजर्स हैं, जिनके पास WhatsApp पर स्पैम और प्रमोशनल मैसेज नहीं आते हैं. सर्वे के मुताबिक, 44% यूजर्स WhatsApp पर 1 से 3 स्पैम और प्रमोशनल मैसेज डेली मिलते हैं. वहीं, 29% यूजर्स को डेली 4 से 7 मैसेज व्हाट्सऐप पर मिलते हैं, जबकि 22 प्रतिशत यूजर्स ऐसे हैं, जिनके पर डेली 8 या इससे ज्यादा स्पैम मैसेज रिसीव होते हैं.

TRAI की पॉलिसी

TRAI (टेलीकॉम रेगूलेटर) ने ग्राहकों के लिए अनचाहे कॉल्स, SMS, वेंडर्स के व्हाट्सऐप मैसेज, टेलीमार्केटर्स, बैंक्स, इंश्योरेंस ब्रोकर, कार डीलर्स, पैथोलॉजी लैब्स, प्रोपर्टी डीलर्स समेत अन्य इन्वेस्टमेंट एजेंट्स के लिए कड़ी गाइडलाइन्स जारी की है. हालांकि, यूजर्स को फिर भी इस तरह के प्रमोशनल मैसेज मिलने बंद नहीं हुए हैं.

दूरसंचार विभाग (DoT) ने इस नियम को तोड़ने वालों के लिए 0 से 10 बार उल्लंघन करने वालों पर 1,000 रुपये प्रति उल्लंघन और 10 से 50 बार उल्लंघन करने पर प्रति उल्लंघन 5,000 रुपये का जुर्माना निर्धारित किया है, जबकि 50 बार से ज्यादा बार उल्लंघन करने पर प्रति उल्लंघन 10,000 रुपये का जुर्माना निर्धारित किया है.

नियमों को हो रहा है उल्लघन

LocalCircles की रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वे किए गए 98 प्रतिशत लोगों को 2021 में स्पैम और प्रमोशनल मैसेज मिले हैं. इस साल तो हालात और खराब हैं. कोई भी ऐसा व्हाट्सऐप यूजर नहीं है, जिसके पास डेली स्पैम मैसज नहीं आया हो. TRAI और DoT के इन नियमों का कोई फायदा यूजर्स को नहीं मिल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, 77 प्रतिशत यूजर्स ने यह जाहिर किया है कि टेलीकॉम रेगूलेटर को टेलीकॉम कंपनियों के साथ मिलकर ‘Mark Spam’का ऑप्शन हर SMS में मिलना चाहिए, ताकि इस तरह के स्पैम मैसेज को रिपोर्ट किया जा सके और भेजने वालों पर सख्त ऐक्शन लिया जा सके.

हाल ही में Telegram के फाउंडर ने भी यूजर्स से तुरंत WhatsApp अनइंस्टॉल करने की सलाह दी थी. टेलीग्राम के फाउंडर ने WhatsApp को जासूसी का अहम जरिया बताया था.