Apple iPhone: एप्पल इंक 2025 तक हर चौथा आईफोन भारत में बना सकती है. जेपी मॉर्गन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के लोकल मैन्यूफैक्चरिंग के दोगुना होने के कारण एप्पल इस साल के अंत तक अपने नए iPhone 14 का 5 फीसदी प्रोडक्शन भारत में कर सकता है. वहीं 2025 तक एप्पल अपने 25 फीसदी प्रोडक्शन को भारत में ट्रांसफर कर सकता है. इसके पहले इसने यह भी कहा था कि एप्पल इस साल भारत में अपने नए आईफोन प्रोडक्ट के प्रोडक्शन की अवधि को कम कर सकता है. अगले साल, Apple iPhone 15 चीन के साथ भारत में भी फॉक्सकॉन और विस्ट्रॉन मैन्यूफैक्चरिंग फेसिलिटी में अपना प्रोडक्शन देख सकता है.

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट

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चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन का मार्केट है. जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के iPhone सप्लाई चेन ने कंपनी के मॉडल की सप्लाई की है. दिलचस्प बात यह है कि एप्पल ने चीन में iPhone 14/14 Plus मॉडल्स का निर्माण शुरू होने के 2-3 महीने बाद ही EMS वेंडर्स ने भारत में इसका निर्माण शुरू किया. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बहुत कम अंतराल भारत के टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के उत्पादन के बढ़ते महत्व और भविष्य में भारत के विनिर्माण के लिए उच्च iPhone आवंटन की संभावना का संकेत देता है. भारत में iPhones का आयात इस साल (2019 में 50 प्रतिशत से) घटकर 15 प्रतिशत रहने की संभावना है, जबकि क्यूपर्टिनो स्थित टेक दिग्गज द्वारा घरेलू विनिर्माण बाजार के अनुसार 85 प्रतिशत तक जाने के लिए तैयार है.

इन मॉडल्स का होता है निर्माण

रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारा मानना है कि एप्पल iPhone Pro सीरीज के अधिक जटिल कैमरा मॉड्यूल और iPhone 14 series के अधिक मांग के कारण भारत में अभी फिलहाल iPhone 14/14 Plus मॉडल्स का उत्पादन करता है.

व्यवसाय करने में आसानी और अनुकूल स्थानीय विनिर्माण नीतियों से उत्साहित, Apple के 'मेक इन इंडिया' iPhones संभावित रूप से इस वर्ष देश के लिए अपने कुल iPhone उत्पादन का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा होंगे. 

वियतनाम में भी बढ़ेगी हिस्सेदारी

जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक वियतनाम में सभी iPad और Apple वॉच प्रोडक्शंस का 20 फीसदी, MacBook का 5 फीसदी और AirPods में 65 फीसदी का योगदान देगा.