टाटा के शेयरों ने बढ़ाया चस्का और फिर झुनझुनवाला बन गए बाजार के बिग बुल, आज भी Tata Group के इन 5 Stocks में है निवेश
Rakesh Jhunjhunwala: राकेश झुनझुनवाला का टाटा ग्रुप की कंपनियों पर हमेशा से भरोसा रहा है. वर्तमान में ग्रुप की पांच कंपनियों में उनका निवेश है. उनका सबसे बड़ा पोर्टफोलियो टाइटन के साथ है. टाइटन में उनके निवेश की वैल्यु 11 हजार करोड़ से ज्यादा है.
Rakesh Jhunjhunwala: बिग बुल राकेश झुनझुनवाला ने 62 साल की उम्र में मुंबई में आखिरी सांस ली. उनकी शेयर बाजार की कहानी आज से 37 साल पुरानी है. साल 1985 में उन्होंने महज 5000 रुपए से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एंट्री ली. वे उस समय कॉलेज में पढ़ाई ही कर रहे थे. एक इवेंट में उन्होंने बताया था कि साल 1986 में उन्होंने टाटा टी (Tata Tea) का 5000 शेयर 43 रुपए के भाव पर खरीदे. तीन महीने के भीतर यह शेयर 143 रुपए का हो गया. उन्होंने तीन महीने के भीतर तीन गुना से ज्यादा मुनाफा कमाया. इसके बाद वे पूरी तरह बाजार के हो गए और कभी पलट कर नहीं देखा.
राकेश झुनझुनवाला को बिग बुल बनाने में टाटा ग्रुप के इस स्टॉक का बड़ा योगदान माना जा सकता है. आज उनके पोर्टफोलियो में ग्रुप के 5 स्टॉक हैं. उन्होंने टाटा मोटर, टाटा कम्युनिकेशन, टाइटन, रैलिस इंडिया और इंडिया होटल्स में निवेश किया है. रैलीस इंडिया टाटा केमिकल की सब्सिडियरी कंपनी है.
टाटा ग्रुप की किन कंपनियों में कितना निवेश?
Rallis India Ltd में उनकी हिस्सेदारी 7.14 फीसदी है जिसकी होल्डिंग वैल्यु करीब 312.3 करोड़ रुपए है. टाइटन में 5.05 फीसदी हिस्सेदारी है जिसकी वैल्यु करीब 11087 करोड़ रुपए है. इंडिया होटल्स की 1.11 फीसदी हिस्सेदारी है जिसकी वैल्यु 428 करोड़ रुपए है. टाटा मोटर्स में 1.09 फीसदी हिस्सेदारी है जिसकी वैल्यु 1731 करोड़ रुपए है. टाटा कम्युनिकेशन में 1.08 फीसदी हिस्सेदारी है जिसकी वैल्यु 336 करोड़ रुपए है. वे टाटा ग्रुप के हमेशा से प्रशंसक रहे हैं.
Akasa Air के कार्यक्रम में आखिरी बार दिखे थे
राकेश झुनझुनवाला आखिरी बार Akasa Air के लॉन्चिंग कार्यक्रम में दिखे थे. इस एयरलाइन में सबसे बड़ी हिस्सेदारी राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा की है. दोनों की मिलाकर कुल हिस्सेदारी 45.97 फीसदी है. विनय दुबे, संजय दुबे, नीरज दुबे, माधव भटकुली, पीएआर कैपिटल वेंचर्स, कार्तिक वर्मा भी इसमें प्रमोटर हैं. झुनझुनवाला के बाद विनय दुबे की इसमें सबसे ज्यादा 16.13 फीसदी हिस्सेदारी है. विनय दुबे कंपनी के सीईओ हैं.
एविएशन में टाटा ग्रुप से होगा टक्कर
आकाश एयर के लिए राह आसान नहीं है. टाटा ग्रुप ने पिछले दिनों एयर इंडिया का अधिग्रहण किया है. इसके अलावा ग्रुप का एयर एशिया और विस्तार एयरलाइन में भी निवेश है. ऐसे में टाटा ग्रुप एविएशन सेक्टर में तीन कंपनियों के साथ मौजूद है. ऐसे में इन एयरलाइन्स के बीच कड़ा मुकाबला होगा.