Anil Singhvi on TCS Share Price: टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Sons) देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS में अपनी हिस्‍सेदारी बेचने जा रही है. कंपनी ने 2.34 करोड़ शेयर (वैल्‍यू करीब 9000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा) बेचने का फैसला किया है. इस खबर के बाद मंगलवार (19 मार्च) को TCS में बिकवाली देखने को मिली. टीसीएस में 2 फीसदी से ज्‍यादा की गिरावट के साथ कारोबार शुरू हुआ. सेंसेक्‍स में यह टॉप लूजर रही. TCS को लेकर आए इस बड़े अपडेट के बाद यह सवाल है कि अब निवेशकों को क्‍या करना चाहिए. क्‍या उन्‍हें भी बेचकर निकल जाना चाहिए या स्‍टॉक में बने रहना चाहिए. जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) ने इस पर अपनी राय दी है. आइए जानते हैं.

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अनिल सिंघवी का कहना है कि टाटा संस गुप की कंपनी टीसीएस में करीब 9000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा के शेयर बेच रहा है. इसमें सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि टाटा संस हिस्‍सेदारी क्‍यों बेच रहा है. इसके दो कारण बताए जा रहे हैं. पहला, टाटा संस को अपना कर्ज घटाना है. इसलिए शेयर बेचकर जो पैसा जुटाएंगे उससे अपना डेट कम कर लेंगे. दूसरा, टाटा संस को बदले हुए नियमों के मुताबिक आईपीओ लाने की जरूरत पड़ रही थी. इसलिए अगर वो अपनी हिस्‍सेदारी घटा ले तो उन्‍हें आईपीओ लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ये दूसरा अंदाजा लगाया जा रहा है. 

TCS: क्‍या करें निवेशक 

मार्केट गुरु का कहना है कि टाटा संस की ओर से टीसीएस के स्‍टेक सेल का मतलब यह नहीं कि आप भी शेयर बेचकर निकल जाए. TCS स्‍टार परफॉर्मर है. अब आईटी शेयरों पर फोकस बढ़ा है. पिछले साल नवरात्र से लेकर दिवाली से लेकर न्‍यू ईयर तक हमेशा से शेयर पर बुलिश रहे हैं. एक साल में स्‍टॉक ने 30 फीसदी का अच्‍छा भी दिया है. इसलिए TCS वो स्‍टॉक है, जो आपके पोर्टफोलियो में होना चाहिए. ब्‍लॉक डील में अगर अच्‍छे भाव पर मिले, थोड़ा बढ़िया करेक्‍शन में मिले, तो थोड़ा-थोड़ा खरीदकर रख सकते हैं. वैसे भी अभी समय लार्ज कैप का चल रहा है. इसलिए टीसीएस की ब्‍लॉक डील अच्‍छी होगी. अच्‍छे निवेशक भी आएंगे. आपके पास भी शेयर पड़े हैं, तो बेचने का बिलकुल भी मज सोचिए. भाव नीचे आए तो थोड़ी-बहुत खरीदारी कर सकते हैं. 

 

TCS Block Deal: क्‍या है तैयारी

ब्लूमबर्ग के मुताबिक, टाटा संस (Tata Sons) ने ब्लॉक डील के माध्यम से TCS में 2.3 करोड़ शेयर बेचने की योजना बनाई है. ऑफर पर शेयरों की कुल संख्या टीसीएस की कुल बकाया इक्विटी का 0.64% है. ब्लॉक डील के लिए ऑफर प्राइस ₹4,001 प्रति शेयर है, जो टीसीएस के लिए सोमवार के बंद भाव की तुलना में 3.45% डिस्काउंट पर है.

ऑफर प्राइस पर ब्लॉक डील की कुल साइज ₹9,202 करोड़ से अधिक बैठता है. दिसंबर तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के आधार पर प्रमोटरों के पास टीसीएस (TCS) में 72.41% हिस्सेदारी थी, जिसमें से टाटा संस (Tata Sons) के पास 72.38% हिस्सेदारी थी, जबकि बाकी हिस्सेदारी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (Tata Investment Corporation) के पास थी.

बता दें, टाटा ग्रुप (Tata Group) स्टॉक्स इस महीने से फोकस में है. स्पार्क कैपिटल ने एक नोट में सितंबर 2025 तक टाटा संस की लिस्टिंग के बारे में बात की थी. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा अपर-लेयर NBFC के रूप में नोटिफाई होने के 3 साल पूरा करेगा. आरबीआई के आदेश में कहा गया है कि अपर-लेयर की एनबीएफसी को केंद्रीय बैंक द्वारा नोटिफाई किए जाने के 3 साल के भीतर लिस्ट करना होगा. टाटा संस (Tata Sons) को सितंबर 2022 में नोटिफाई किया गया था.