शेयर मार्केट में हजारों शेयर ट्रेड करते हैं, लेकिन कई शेयर आपको दोगुना मुनाफा देते हैं. वहीं, कुछ शेयर अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते. लेकिन, कई मायनों में शेयर बाजार काफी उथल पुथल वाला रहता है. याद कीजिए 2021 का नंवबर महीने जिसमें देश की ब्यूटी स्टार्टअप Nykaa का इश्यू (IPO) पब्लिक के लिए खोला गया. जिसने भी इस शेयर में निवेश किया होगा, उसे लिस्टिंग पर ही इतना बड़ा गेन हुआ कि सोचा भी नहीं होगा. अपनी लिस्टिंग के साथ ही नायका यूनिकॉर्न में शामिल हो गई. लिस्टिंग के बाद नायका के शेयरों में 90 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. लेकिन, उसके बाद से शेयर ढ़लान पर है. अपनी हाई प्राइस से स्टॉक अब तक 42 फीसदी टूट चुका है.

क्यों चर्चा में है Nykaa?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ब्यूटी रिटेल चेन नायका इन दिनों अपने बोनस शेयर को लेकर चर्चा में है. 3 अक्टूबर को होने वाली बोर्ड बैठक में नायका का बोर्ड बोनस शेयर देने पर विचार कर सकता है. लेकिन, सवाल यही है कि अपनी प्रीमियम से 42 फीसदी टूटने के बाद भी निवेशकों के लिए कंपनी बोनस शेयर जारी करेगी. ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर ने नायका के इस फैसले पर ITC के बहाने चुटकी ली है. 

अनिल सिंघवी ने कैसे ली चुटकी?

मार्केट गुरु अनिल सिंघवी का कहना है कि नायका का इश्यू काफी बढ़िया प्रीमियम पर लिस्ट हुआ. लिस्टिंग पर ही 2205 का हाई बनाया था. तब लोग कह रहे थे कि नए जमाने के लिए आईपीओ को बंपर रिस्पॉन्स मिल रहा है. लेकिन, तब से लेकर अब तक लगभग आधा हो गया है. हालांकि, अभी भी इश्यू प्राइस से ऊपर है. उधर, लोग ITC को लेकर कहते थे “तुम कश लगाते रह गए.. वो मैकअप करके चली गई” मतलब तुम सिगरेट पीते रह गए और मेक करने वाली कंपनियां कहां से कहां पहुंच गई. बाजार सबको बराबर मौका देता है. मार्केट से सीख मिलती है कि सबका दिन आता है. अब इसे संयोग कहें या क्या कहे. 10 नवंबर 2021 से ITC का शेयर 41 फीसदी चढ़ा है और Nykaa का शेयर 42 फीसदी टूटा है. 

10 Nov 2021 लिस्टिंग के बाद से आज तक

Nykaa: - 42%

2205 रुपए से घटकर 1278 रुपए

10 Nov 2021 ITC का शेयर

ITC: + 41%

231 रुपए से बढ़कर 325 रुपए

'ITC बोरिंग है पर पैसा बनाकर देता है'

अनिल सिंघवी ने कहा- यहां इस अंतर को दिखाने का मकसद ये नहीं कि नायका इतना टूटा है. बल्कि देखना ये है कि किस प्राइस पर क्या चीज खरीदनी है. मतलब जो चीजें बोरिंग होती हैं, जो आपको परेशान करती हैं वहां पैसा ज्यादा बनता है. जो लाइमलाइट में है, जिसकी सब बात करते हैं, वहां पैसा बनाना आसान नहीं होता. 

नायका के बोनस शेयर पर अनिल सिंघवी की राय

Nykaa का बोर्ड 3 अक्टूबर को बोनस शेयर पर विचार करेगा. अनिल सिंघवी के मुताबिक, अगर इसकी पॉजिटिव साइड देखें तो कंपनी का मानना हो सकता है कि जिन निवेशकों को फायदा नहीं मिला है तो उन्हें बोनस शेयर देकर रिवॉर्ड दिया जाए. लेकिन, बोनस से क्या भला होगा. क्योंकि, बोनस शेयर कोई सैलरी तो है नहीं जो सीधे बैंक अकाउंट में आ जाए. शेयर एक का दो हो जाएगा. मान लीजिए 1:1 का बोनस आता तो शेयर दोगुने हो गए. लेकिन कीमत आधी हो जाएगी. कंपनी को देना है तो डिविडेंड दे, जो मेरे बैंक अकाउंट में आता है. वो जमाने चले गए जब लोग बोनस शेयर को देखकर खुश होते थे. पहले क्या होता था कि लोग इसको फ्री शेयर के तौर पर देखते थे.

'देना है तो डिविडेंड देना चाहिए'

अनिल सिंघवी के मुताबिक, अब फाइनेंशियल लिस्ट्रेसी है, शेयरधारक भी जानता है कि उसके पास सिर्फ शेयर बढ़ रहे हैं. लेकिन, उससे ज्यादा कुछ नहीं. अगर कंपनी वास्तव में शेयरहोल्डर्स को रिवॉर्ड करना चाहती है तो डिविडेंड दे. कैश की कमाई है कैश बांटना चाहिए. शेयरहोल्डर्स ज्यादा खुश होंगे. बोनस देना बुरी बात नहीं है अच्छा है. लेकिन, दूसरी तरफ देखें तो बोनस देना का लॉजिक या जरूरत नहीं है. अगर आप देखें तो कंपनी ने पिछले साल की तुलना में प्रॉफिट कम किया है. ऐसा नहीं है कि कंपनी प्रॉफिट ज्यादा बना रही है तो बोनस दे रही है. अनिल सिंघवी का मानना है कि बोनस शेयर सेंटीमेंट्स के लिए अच्छा है, इससे स्टॉक बढ़ सकता है. अनिल सिंघवी ने कहा- यहां तुलना करने का मकसद सिर्फ इतना था कि लाइमलाइट या फ्लैशी वाले शेयर जरूरी नहीं है अच्छा रिटर्न दे. वहीं, बोरिंग शेयर आपको पैसा बनाकर न दे. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें