Adani Group में भूचाल आज भी जारी है. ग्रुप के ज्यादातर स्टॉक्स में लोअर सर्किट लगता हुआ दिखा और इन शेयरों में 15% तक की भारी गिरावट दर्ज की गई. Adani Enterprises के शेयरों में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 1815 रुपए पर पहुंच गया. 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 4190 रुपए और न्यूनतम स्तर 1528 रुपए है. एक हफ्ते के भीतर स्टॉक्स के दाम आधे हो गए हैं. Adani Group Stocks में आज की गिरावट के 3 बड़े कारण हैं. आज Citi Group की वेल्थ यूनिट ने Adani Securities पर मार्जिन लोन देना रोक दिया है. 

Citi ग्रुप से अदानी ग्रुप को लगा बड़ा झटका

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Adani Group की सभी सिक्योरिटीज की लेंडिंग वैल्यू को तुरंत प्रभाव से हटाया गया. सिटी ने अदानी ग्रुप के बॉन्ड और सिक्यॉरिटीजो को मार्जिन लोन के रूप में नहीं लेने का फैसला किया. बुधवार शाम को Adani Enterprises FPO को वापस लेने का फैसला किया गया. 20 हजार करोड़ का एफपीओ फुली सब्सक्राइब्ड हो गया था. इसके बावजूद बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने इसे वापस लेने का फैसला किया. उससे पहले अदानी ग्रुप के लिए बुरी खबर क्रेडिट सुईस की तरफ से आई थी. कल Credit Suisse ने अदानी पोर्ट्स, अदानी ग्रीन और अदानी इलेक्ट्रिसिटी के नोट्स को जीरो लेंडिंग वैल्यू दी थी. ये तीन फैक्टर हैं जो आज अदानी ग्रुप के स्टॉक्स में बिकवाली के प्रमुख कारण हैं.

Adani Enterprises 15% टूटा

Adani Enterprises में 15 फीसदी की गिरावट आई और यह 1815 रुपए पर पहुंच गया. Adani Total Gas में 10 फीसदी की गिरावट के साथ लोअर सर्किट लगा है. यह स्टॉक 1707 रुपए पर है. 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर 1510 रुपए है. Adani Transmission में 15 फीसदी की गिरावट के साथ लोअर सर्किट लगा है और यह स्टॉक 1551 रुपए पर है. यह 52 हफ्ते का नया लो है.

लोअर सर्किट के बाद 52 हफ्ते के न्यू लो पर

Adani Green Energy में 10 फीसदी का लोअर सर्किट लगा है और यह 1039 रुपए  पर है. यह 52 हफ्ते का नया लो है. Adani Ports में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई थी और यह 424 रुपए पर पहुंच गया. यह 52 हफ्ते का नया लो है. Adani Power 5 फीसदी टूटकर 202 रुपए और Adani Wilmar 5 फीसदी टूटकर 421 रुपए पर है.

अदानी ग्रुप ने बॉन्ड बेचकर जुटाए हैं 55000 करोड़

स्टॉक्स रिएक्शन के अलावा सिटी ग्रुप और क्रेडिट सुईस के एक्शन को विस्तार से समझते हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले अदानी पोर्ट्स के बॉन्ड्स की करीब 75% लेंडिंग वैल्यू दी जाती थी. क्रेडिट सुइस की प्राइवेट बैंकिंग कंपनी ने जीरो लेंडिंग वैल्यू असाइन की है. Hindenburg रिपोर्ट आने के बाद अब तक अदानी ग्रुप के मार्केट कैप में 70 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट आई है. अदानी ग्रुप का विदेशी बॉन्ड एक्सपोजर बहुत बड़ा है. ग्रुप पर कुल 1.9 लाख करोड़ का कर्ज है. कुल कर्ज में बॉन्ड का हिस्सा करीब 30 फीसदी है. बॉन्ड की मदद से करीब 55000 करोड़ जुटाए गए हैं.

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