Stock Market Strategy: बीते नवंबर महीने में निफ्टी में 6 महीने से चली आ रही तेजी पर ब्रेक लगा. निफ्टी नवंबर में 4 फीसदी या 688 अंक कमजोर हुआ. पूरे महीने में बाजार में उतार चढ़ाव देखने को मिला है. नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने बाजार में अनिश्चितत की स्थिति पैदा की है. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि ओमिक्रॉन की गंभीरता को लेकर अगले कुछ दिनों में क्लेरिटी आएगी. जब तक क्लेरिटी नहीं आती है, तबतक निवेशकों को डिफेंसिव सेक्टर मसलन फार्मा, IT और कंज्यूमर सेक्टर के शेयरों पर फोकस करना चाहिए. ब्रोकरेज हाउस ने आगे के लिए 10 लार्जकैप और 10 मिडकैप स्टॉक्स की लिस्ट दी है, जिसमें अच्छा रिटर्न मिल सकता है. 

ओमिक्रॉन ने बढ़ाई अनिश्चितता

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नवंबर में COVID-19 के मामले फेस्टिव सीजन के बाद भी कंट्रोल में रहे हैं. एक्टिस केस की संख्या लगातार कम हुई है. लेकिन नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने बाजार में अनिश्चितता की स्थिति पैदा की है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि ओमिक्रॉन की गंभीरता को लेकर अगले कुछ दिनों में क्लेरिटी आएगी. जब तक क्लेरिटी नहीं आती है, तबतक निवेशकों को डिफेंसिव सेक्टर मसलन फार्मा, IT और कंज्यूमर सेक्टर के शेयरों पर फोकस करना चाहिए. 

ग्लोबल फैक्टर्स रहे हावी

ब्रोकरेज के अनुसार बाजार में हालिया गिरावट के पीछे ज्यादातर फैक्टर ग्लोबल रहे हैं. यूएस फेड द्वारा टैम्परिंग अनाउंसमेंट, बॉन्ड यील्ड में तेजी, क्रूड की ज्यादा कीमतें और यूएस डॉलर का मजबूत होना बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण रहे. वहीं इसके अलावा प्राइमरी मार्केट में जमकर एक्शन रहा, जिसके चलते सेकंडरी मार्केट पर दबाव बढ़ गया. वहीं 26 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की पुष्टि के बाद भी बाजार के सेंटीमेंट खराब हुए. 

FIIs ने 40 हजार करोड़ निकाले

नवंबर महीने में FIIs ने लगातार बाजार से पैसे निकाले हैं. इस दौरान उन्होंने 40 हजार करोड़ की बिकवाली की. यह मार्च 2020 के बद से सबसे ज्यादा अमाउंट है. तब उन्होंने कोरोना वायरस के चलते बाजार से 57 हजार करोड़ रुपये निकाले थे. वहीं प्राइमरी मार्केट में FIIs ने 27 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश किया. दूसरी ओर नवंबर महीने में DIIs ने बाजर में 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जो मार्च 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है. 

GDP ग्रोथ प्रीकोविड लेवल पर

ब्रोकरेज हाउस मेतीलाल ओसवाल के मुताबिक मैक्रो फ्रंट पर सुधार जारी है. हाई फ्रीक्वेंसी इंडीकेटर्स में मंथली बेसिस पर रिकवरी देखने को मिली. सितंबर तिमाही में GDP ग्रोथ सालाना आधार पर 8.4% फीसदी रही जो प्रीकोविड लेवल पर पहुंच गई है. GST कलेक्शन नवंबर में 1.31 लाख करोड़ रुपये रहा है. यह जुलाई 2017 में लागू होने के बाद से दूसरा बड़ा अमाउंट है. 

टॉप लार्जकैप आइडिया

Titan, ICICI Bank, SBI, Infosys, Bharti Airtel, Ultratech, Divis Lab, Hindalco, SBI Life, Jubiliant Foodworks

टॉप मिडकैप आइडिया

Zensar Technologies, APL Apollo Tubes, Ramco Cements, TCI, Indian Hotels, Orient Electric, Aditya Birla Fashion, Chola, Endurance Technology, SAIL

(Disclaimer: यहां शेयर में निवेश को लेकर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह जी बिजनेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)