भारतीय शेयर बाजार नए शिखर पर पहुंच गए हैं. बाजार के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में Lifetime High बनाया है. Sensex इंट्राडे में 63,716 और Nifty 18908 के स्तर पर पहुंचा, जोकि इंडेक्स का अब तक का सबसे उच्चतम स्तर भी है. बाजार में धमाकेदार तेजी के बाद निवेशकों को क्या करना चाहिए? किन सेक्टर्स में निवेश बढ़ाना चाहिए? SIP और MFs निवेशक क्या करें? इन सभी सवालों का जवाब मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने एनलिसिस किया है.

शेयर बाजार में तेजी कितनी अलग है?

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अनिल सिंघवी ने कहा कि इस बार का लाइफ हाई काफी अलग है. क्योंकि बाजार में आई रिकॉर्डतोड़ तेजी की वजह इंडिया की ग्रोथ स्टोरी है. इससे पहले जितनी भी रिकॉर्ड तेजी देखी गई ग्लोबल सेंटीमेंट और घरेलू ग्रोथ स्टोरी के सपोर्ट से देखने को मिलती थी. उन्होंने कहा कि इस बार बाजार में तूफानी तेजी रिटेन निवेशकों के दम पर बनाया है. इसके अलावा घरेलू कंपनियों की बैलेंसशीट और कमाई पहले ज्यादा मजबूत हुई है, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला है. 

मार्केट गुरु ने कहा कि बैंक की बैलेंसशीट सुधरी है. NPA सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. ब्याज से कमाई भी बढ़ी है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल मार्केट से ज्यादा सपोर्ट न मिलने के बावजूद भारतीय बाजारों में तेजी दर्ज की जा रही है. घरेलू बाजार में FIIs का दबदबा घटा है. जबकि घरेलू निवेशकों की ताकत मजबूत हुई है. 

बाजार की चाल आगे कैसी रहेगी?

अनिल सिंघवी ने कहा कि रिकॉर्ड हाई के बाद बाजार में तेजी जारी रहेगी. इसके पूरे आसार है. हालाकिं, एकतरफा तेजी नहीं देखने को मिलेगी. छोटे करेक्शन भी देखने को मिल सकते हैं. लेकिन प्रमुख इंडेक्स बढ़ते रहेंगे. क्योंकि ये करेक्शन छोटे स्टॉप हैं मंजिल नहीं. उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार को ग्लोबल मंदी का डर नहीं. घरेलू इकोनॉमी में स्लोडाउन के संकेत नहीं हैं. क्योंकि कंपनियों के नतीजे और टैक्स कलेक्शन अच्छे हैं. इसके अलावा ब्याज दरों में कटौती के आसार हैं. 

आगे कहां तक जाएगा बाजार?

मार्केट गुरु ने कहा कि बाजार में तेजी के लिए पूरा आकाश खुला है. उन्होंने कहा कि अगर निफ्टी 18000 और बैंक निफ्टी 42000 के नीचे फिसल जाता है, तब चिंता करने की जरूरत है. ट्रेडर्स के लिहाज से निफ्टी में 18550 और बैंक निफ्टी में 43000 का स्टॉपलॉस लगाएं. 

अब बाजार में कहां बनेगा पैसा?

रिकॉर्ड हाई के बावजूद बाजार में चुनिंदा सेक्टर में पैसे बनने की पूरी संभावना है. अनिल सिंघवी ने कहा कि ब्याज दरों से प्रभावित सेक्टर्स काफी पसंद हैं. इनमें रियल एस्टेट सबसे टॉप पर है. फिर NBFCs, ऑटो और बैंकिंग सेक्टर हैं. इसके अलावा कैपिटल गुड्स और मैन्युफैक्चरिंग से जुडे़ शेयर पसंद हैं. साथ ही रेलवे और डिफेंस शेयर जब गिरावट में मिले तो खरीदें. उन्होंने कहा कि अगले 3 महीने में फार्मा और IT सेक्टर में चुनिंदा खरीदारी करने का समय आ रहा है. 

MFs और SIP निवेशकों के लिए राय?

अनिल सिंघवी ने कहा कि अगर पैसों की जरूरत ना हो तो SIP जारी रखें. इसके तहत 3-5 साल की अवधि के लिए निवेशत रहें. लेकिन जिनको टाइम करना ही है वो 20-25 फीसदी मुनाफावसूली कर सकते हैं.  

 

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