नई दिल्‍ली : व्यापार घाटे से जुड़ी चिंताओं के कम होने तथा कच्चे तेल की घटती कीमतों के बीच मंगलवार को रुपया 35 पैसे उछलकर दो सप्ताह के उच्चतम स्तर 73.48 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ने और अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से भी रुपये को समर्थन प्राप्त हुआ.    

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अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 73.79 रुपये प्रति डॉलर पर मजबूत खुला और कारोबार के दौरान निर्यातकों की डॉलर बिकवाली से 73.47 रुपये प्रति डॉलर की ऊंचाई को छू गया. अंत में यह पिछले दिन के मुकाबले 35 पैसे अथवा 0.47 प्रतिशत की तेजी के साथ 73.48 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो 3 अक्टूबर के बाद का सबसे उच्चतम बंद स्तर है. सोमवार को रुपया 26 पैसे टूटकर 73.83 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.    

बाजार सूत्रों ने कहा कि शेयर बाजार में तेजड़िया रुख के साथ साथ कच्चे तेल की घटती कीमत ने रुपये की मजबूती को समर्थन प्रदान किया. देश के निर्यात में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट के बावजूद सितंबर महीने में व्यापार घाटा घटकर पांच महीने के सबसे निचले स्तर 13.98 अरब डॉलर रह गया. व्यापार घाटा अधिक होने से चालू खाते का घाटा बढ़ता है जिससे धन निकासी होने के साथ स्थानीय मुद्रा प्रभावित होती है.    

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक मंगलवार को 297.38 अंक की तेजी के साथ 35,162.48 अंक पर बंद हुआ. फाइनेंशल बेंचमार्क इंडिया प्रा. लि (एफबीआईएल) ने संदर्भ दर अमेरिकी मुद्रा के लिए 73.9041 रुपये प्रति डॉलर, यूरो के लिए 85.5750 रुपये प्रति यूरो, ब्रिटिश पौंड के लिए 97.3327 रुपये प्रति पौंड और जापानी येन के लिए 65.95 रुपये प्रति सैकड़ा येन निर्धारित की थी.