LIC IPO Updates: प्राइमरी मार्केट में कदम रखने को तैयार जीवन बीमा निगम (LIC) ने अपने पॉलिसीधारकों से कहा है कि वे अपना PAN अपडेट करा लें. जिससे कि वो प्रस्‍तावित पब्लिक ऑफर में बोली लगा सके. एलआईसी के प्रस्‍तावित इश्‍यू प्‍लान के मुताबिक, आईपीओ इश्‍यू साइज का 10 फीसदी तक हिस्‍सा पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व्‍ड होगा. LIC ने कहा है, ''ऐसे किसी आईपीओ में भागीदारी के लिए पॉलिसीधारकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि LIC के रिकॉर्ड में उनकी PAN डिटेल अपडेट है. इसके अलावा, भारत में किसी भी IPO में हिस्‍सा लेने के लिए एक वैलिड डीमैट अकाउंट होना जरूरी है.'' 

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LIC विज्ञापन के जरिए पॉलिसीधारकों से परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) अपडेट करने के लिए कह रहा है क्‍योंकि यह प्रस्‍तावित IPO में बोली लगाने के लिए KYC के लिहाज से जरूरी है. बता दें, एलआईसी के आईपीओ को अभी नियामकीय मंजूरी मिलनी बाकी है. डीमैट अकाउंट के संदर्भ में एलआईसी ने कहा है कि अगर पॉलिसीधारक के पास डीमैट अकाउंट नहीं है, तो वे खुलवा लें. डीमैट अकाउंट पॉलिसीधारकों को खुद ही खुलवाना होगा, इसके किसी भी तरह के शुल्‍क की जिम्‍मेदारी निगम की नहीं होगी.

जुलाई में कैबिनेट ने दी थी मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस साल जुलाई में LIC में विनिवेश को मंजूरी दी थी. साथ ही वित्‍त मंत्री की अध्‍यक्षता वाले पैनल को एलआईसी में सरकार की कितनी हिस्‍सेदारी बेची जाएगी, यह तय करने की जिम्‍मेदारी दी गई. जीवन बीमा निगम के प्रस्‍तावित आईपीओ के लिए सरकार ने फाइनेंस एक्‍ट 2022 के जरिए LIC Act में जरूरी संशोधन भी किया. फरवरी में बजट भाषण में वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि एलआईसी का आईपीओ 2021-22 में आएगा. 

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विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्‍य 

केंद्र सरकार ने चालू वित्‍त वर्ष में स्‍टेक सेल और प्राइवेटाइजेशन के जरिए हिस्‍सेदारी बेचकर 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्‍य रखा है. इसमें से 1 लाख करोड़ रुपये सरकारी बैंकों और फाइनेंशियल इंस्‍टीट्यूशंस में हिस्‍सेदारी बेचकर जुटाए जाने है. जबकि बाकी 75,000 करोड़ रुपये CPSE विनिवेश प्राप्तियों के जरिए किया जाएगा.