HDFC Mutual Fund: इक्विटी में निवेश का दायरा अब बढ़ता जा रहा है. निवेशकों के लिए अब सिर्फ घरेलू बाजार का बैरियर नहीं रह गया है. निवेशक अब अपने पोर्टफोलियो में दुनिया की टॉप कंपनियों के शेयर भी शामिल कर सकते हैं. वैसे तो अब सीधे टॉप कंपनियों के शेयरों में भी निवेश किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए एक और बेहतर उपाय है म्यूचुअल फंड की वे योजनाएं जो विदेशी बाजारों में निवेश करती हैं. देश की लीडिंग म्यूचुअल फंड कंपनियों में शामिल एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC MF) ने आज एक नई स्कीम HDFC Developed World Indexes Fund of Funds (HDWI FoFs) लॉन्च किया है. ये स्कीम 23 देशों की टॉप कंपनियों के शेयरों में निवेश करेगी.

27 सितंबर तक निवेश

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यह HDFC म्यूचुअल फंड का पहला इंटरनेशनल फंड है. इसमें 17 सितंबर से 27 सितंबर तक निवेश किया जा सकता है. HDFC Developed World Indexes Fund of Funds पैसिवली मैनेज्ड स्कीम है जो निवेशकों को ग्लोबल मार्केट में निवेश करने का मौका देगी. HDWI FoFs स्कीम यूरोप, जापान, पैसिफिक, कनाडा और यूएस जैसे 5 रीजन को ट्रैक करने वाले ग्लोबल फंड में निवेश करेगी. यह स्कीम इंटरनेशनल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) और इंडेक्स फंड में निवेश करेगी. वहीं यह स्कीम MSCI World Index को ट्रैक करेगी.

किन शेयरों में निवेश

HDFC Developed World Indexes Fund of Funds द्वारा दुनिया की टॉप इनोवेटिव कंपनियों के शेयरों में निवेश किया जाएगा. इन कंपनियों में Alphabet, Disney, Facebook, Amazon, Apple, Nike, Tesla, Coca-Cola, Pespico, Walmart, Pfizer, Cisco, Dell, HP, IBM, Microsoft और Oracle जैसे नाम शामिल हैं. ये स्टॉक हेल्थकेयर, आईटी, कंज्यूमर और कम्युनिकेशन जैसे सेक्टर से जुड़े हैं.

किसे करना चाहिए निवेश

HDFC Developed World Indexes Fund of Funds में उन निवेशकों को पैसे लगाना चाहिए, जिनका निवेश का लक्ष्य लॉन्ग टर्म का हो. वहीं जो अपना पैसा लंबी अवधि में ओवरसीज इंडेक्स फंड या ETFs में लगाकर ग्रोथ का फायदा लेना चाहते हों.

कम से कम कितना निवेश

HDFC Developed World Indexes Fund of Funds के NFO में कम से कम 5000 रुपये निवेश किया जा सकता है. इसके बाद इसमें कितना भी पैसे लगा सकते हें, इसकी अपर लिमिट नहीं है. 5000 रुपये के बाद एडिशनल परचेज के लिए कम से कम 1000 रुपये का निवेश जरूरी है. अगर अलॉटमेंट की तारीख के 30 दिनों के अंदर यूनिट भुनाते हैं तो इस पर 1 फीसदी का एग्जिट लोड होगा. हालांकि 30 दिनों बाद भुनाने पर यह फीस नहीं देनी होगी.