सस्ता होने के बाद भी मालामाल करेगा गोल्ड, इस रेट के आसपास रहेगा बिकवाल
कोरोना काल में लगातार तेजी दिखाने के बाद सोने-चांदी की कीमतों में इस हफ्ते भारी गिरावट आई है. बीते हफ्ते में 10 ग्राम सोने का भाव 56 हजार रुपए के लेवल पर पहुंचने के बाद इस हफ्ते काफी नीचे आ गया.
कोरोना काल में लगातार तेजी दिखाने के बाद सोने-चांदी की कीमतों में इस हफ्ते भारी गिरावट आई है. बीते हफ्ते में 10 ग्राम सोने का भाव 56 हजार रुपए के लेवल पर पहुंचने के बाद इस हफ्ते काफी नीचे आ गया. बता दें 10 से 14 अगस्त के बीच सोने के भाव 3,252 रुपये गिरे हैं. वहीं, एक किलो चांदी का रेट 75,013 रुपये के पीक पर पहुंचने के बाद इस हफ्ते 7,245 रुपए नीचे आया है.
इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने में गिरावट
commodity experts के मुताबिक, पीली धातु ने 1,865 डॉलर प्रति औंस पर अच्छा सपोर्ट दिया है. उन्होंने कहा कि कंसॉलिडेशन होने की वजह से संपत्ति में रैली देखने को मिल सकती है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी सोने के दाम में गिरावट देखने को मिल रही है, जिसका असर भारतीय बाजार में भी देखने को मिल रहा है.
मार्केट एक्सपर्ट की राय
मोतीलाल ओसवाल के एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट अमित सजेजा के मुताबिक, सोने की कीमत में सुधार के बाद यह अब तक का हाई लेवल है. आने वाले समय में पीली धातु में रिकवरी के संकेत नजर आ रहे हैं. इसमें प्रति औंस $865 से लेकर प्रति औंस $1,980 तक का कंसॉलिडेशन देखने को मिल सकता है. आने वाले समय में इंटरनेशनल मार्केट में $2,120 प्रति औंस का लेवल बन सकता है.
इतना रह सकता है सोने का भाव
इसके साथ ही सजेजा ने कहा कि, MCX पर सोने की कीमत एक महीने में 58,000 रुपए प्रति 10 ग्राम हो सकती है क्योंकि सोने और चांदी की कीमतों में 15 दिनों के लंबे समय के बाद कंसॉलिडेशन हुआ है.
सोना 1,228 रुपए टूटा, चांदी 5,172 रुपए लुढ़की
कोरोना की वैक्सीन बना लेने के रूस के एलान और डॉलर की मजबूती से सोने और चांदी की कीमतें औंधे मुंह गिरीं हैं. इनमें ताबड़तोड़ मुनाफावसूली शुरू हो गई. घरेलू सर्राफा बाजारों में भी बुधवार को सोने का भाव 1,228 रुपए लुढ़ककर 52,946 रुपए प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ. वहीं, चांदी में भी जबरदस्त बिकवाली का दबाव देखने को मिला. चांदी 5172 रुपए टूटकर 67,584 रुपए प्रति किलो हो गई.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा, "अब, सोने और चांदी की कीमतें एक हद तक बढ़ जाएंगी, जहां फिजिकल बुलियन मार्केट में भी बढ़त दिखेगी. इसलिए, निवेशकों को अपने ट्रिगर्स के साथ धैर्य रखने की जरूरत है."