FPI in September: इंट्रेस्ट रेट बढ़ने के कारण डॉलर मजबूत हो रहा है और बॉन्ड यील्ड में भी उछाल आ रहा है. यील्ड बढ़ने से विदेशी निवेशकों के सेंटिमेंट पर नकारात्मक असर देखा जा रहा है. वे भारत समेत इमर्जिंग मार्केट से पैसा निकाल रहे हैं. सितंबर महीने में फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (Foreign Portfolio Investors) के एक्शन में भारी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. इस महीने अब तक फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने शेयर बाजार में 8638 करोड़ का निवेश किया है.  इससे पहले अगस्त में एफपीआई ने कुल 51204 करोड़ की खरीदारी की थी. इस महीने सेंसेक्स में अब तक 1439 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है.

भारतीय बाजार में अब तक 14079 करोड़ का निवेश

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NSDL की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक,  इस साल अब तक नेट आधार पर फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने शेयर बाजार से 1 लाख 52 हजार 527 करोड़ की निकासी की है. भारतीय बाजार से नेट आधार पर अब तक 1 लाख 54 हजार 719 करोड़ की निकासी की गई है. इस महीने अब तक भारतीय बाजार में कुल 14079 करोड़ का निवेश किया गया है. इसमें इक्विटी में 8638 करोड़ का निवेश किया गया है. बॉन्ड मार्केट से 463 करोड़ की निकासी की गई है.

बीते सप्ताह नेट आधार पर 3446 करोड़ की बिकवाली की गई

बीते सप्ताह 19 से 23 सितंबर के बीच विदेशी निवेशकों ने खरीदारी के मुकाबले बिकवाली ज्यादा की. बता दें कि 16 सितंबर को समाप्त सप्ताह में एफपीआई ने स्टॉक मार्केट में कुल 12084 करोड़ का निवेश किया था. इसका मतलब बीते एक सप्ताह में नेट आधार पर 3446 करोड़ की बिकवाली की गई है.

शुक्रवार को FII/FPI ने 2899 करोड़ की बिकवाली की

NSE की वेबसाइट पर उपलबध जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सेंसेक्स में जब 1000 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई उस दिन फॉरन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) और फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) ने मिलकर 6265 करोड़ की खरीदारी की थी और 9164 करोड़ की बिकवाली की गई थी. नेट आधार पर 2899 करोड़ की बिकवाली की गई. डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) ने 6436 करोड़ की खरीदारी की और 6137 करोड़ की बिकवाली की. नेट आधार पर 299 करोड़ की खरीदारी की गई.