FPI: फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) ने दिसंबर में बैंकिंग और आईटी सेक्टर्स में भारी खरीदारी की है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी.के. विजयकुमार ने कहा कि फेड (Fed) द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के सायकिल की समाप्ति का संकेत देने और 2024 में संभवत: 3 बार दरों में कटौती का संकेत देने के बाद यह प्रवृत्ति तेज हो गई है.

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उन्होंने कहा कि इससे अमेरिकी बॉन्ड (US Bonds) से होने वाली कमाई में गिरावट आई और 10 साल के बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज 4% कम हो गया. विजयकुमार ने कहा, एफपीआई ने बैंकिंग और आईटी सेगमेंट में जमकर शेयर खरीदे. एफपीआई (FPI) की खरीददारी जारी रहने और आगे बढ़ने की संभावना है.

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उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत में सबसे अच्छी संभावनाएं

उन्होंने कहा कि भारत एफपीआई (FPI) के शीर्ष निवेश स्थलों में से एक है. वैश्विक निवेशकों में अब लगभग आम सहमति है कि आने वाले कई वर्षों तक निरंतर विकास के लिए उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत में सबसे अच्छी संभावनाएं हैं. इस बढ़ोतरी में शेयर बाजार के माध्यम से अभूतपूर्व संपत्ति बनाने की क्षमता है. उन्होंने कहा, एफपीआई इस संभावित धन सृजन से लाभ उठाने के लिए निवेश कर रहे हैं.

विजयकुमार ने बताया कि जेपी मॉर्गन इमर्जिंग मार्केट बॉन्ड इंडेक्स में भारत के शामिल होने के बाद देश के सरकारी बॉन्ड में निवेश को लेकर काफी उत्साह है. उन्होंने कहा, कुछ संस्थानों ने पहले ही खरीददारी शुरू कर दी होगी. अब जब अमेरिकी बॉन्ड पर लाभ में काफी गिरावट आई है, तो भारतीय बॉन्ड अधिक निवेश आकर्षित करेंगे.

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