Editor's Take: शेयर बाजार में पिछले साल और इस साल भी एक ट्रेंड बरकरार रहा. ये ट्रेंड का विदेशी निवेशकों की बिकवाली का. पिछले कारोबारी सेशन यानी शुक्रवार को भी शेयर बाजार (Share Market) में विदेशी निवेशकों (FIIs) की काफी बिकवाली देखने को मिली. ऐसे में एक सवाल ये पैदा होता है कि क्या विदेशी निवेशकों की इस बिकवाली का असर शेयर बाजार में देखने को मिलेगा. इस पर ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) ने अपनी राय दी है. अनिल सिंघवी ने कहा कि पिछले 2 हफ्ते जो मार्केट की हालत रही, उसमें ग्लोबल बाजार का पूरा सपोर्ट रहा. कच्चे तेल का भाव 80 डॉलर के नीचे था, हालांकि अभी वो 85 डॉलर के पास है. अब भारतीय बाजार क्यों गिरे, इसके पीछे 2 बड़े कारण हो सकते हैं. 

इन 2 बड़े कारणों से गिरा बाजार

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अनिल सिंघवी ने बताया कि भारतीय बाजार साल 2022 से इस आदत में है कि अमेरिकी बाजार के मुकाबले कम गिरेंगे. अनिल सिंघवी ने कहा कि भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों ने अबतक 15000 करोड़ रुपए निकाल लिए, इसमें ज्यादा टेंशन इस बात की है कि घरेलू निवेशक पैसा नहीं लगा रहे हैं. 

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अनिल सिंघवी ने बताया कि शुक्रवार को वायदा कारोबार में विदेशी निवेशकों की ओर से ठीकठाक खरीदारी हुई है. कैश मार्केट से विदेशी निवेशकों ने 2422 करोड़ रुपए की निकासी की लेकिन वायदा बाजार में 2962 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन दिख रहा है. अनिल सिंघवी ने कहा कि विदेशी निवेशकों के संकेत शुक्रवार को थोड़े बेहतर दिखाई दिए हैं, अगर ये ट्रेंड बना रहता है तो बाजार एक बार फिर 18000 को पार कर सकता है.