Demat Account in India: बाजार ने वित्त वर्ष 2023-24 में एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार रिकॉर्ड लेवल टच किया. बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने ऑल टाइम हाई का स्तर छुआ और बाद में मार्केट में करेक्शन भी देखने को मिला. बाजार में इतनी तेजी के पीछे एक कारण रिटेल इन्वेस्टर भी हैं. बीते फाइनेंशियल ईयर रिटेल इन्वेस्टर ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और रिकॉर्ड स्तर पर डीमैट अकाउंट्स (Demat Accounts) खुले. अब मौजूदा समय में मार्केट में रिटेल इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट्स की संख्या 15 करोड़ के पार चली गई है और यही वजह है कि FY24 में बाजार में जबरदस्त तेजी दर्ज हुई है. 

15 करोड़ के पार Demat Account

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FY24 में रिकॉर्ड तोड़ डीमैट अकाउंट खोले गए और इसकी ही वजह से निफ्टी 50 इंडेक्स 22500 और सेंसेक्स 48400 के लेवल पर पहुंचा. वित्त वर्ष 2023-24 में बाजार में मूड-माहौल शानदार देखा गया और इस दौरान रिकॉर्ड लेवल में डीमैट अकाउंट्स खोले गए. 

FY24 में रिकॉर्ड 3.7 करोड़ डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. बाजार में छोटे निवेशकों की रुचि काफी बढ़ती हुई दिखाई दी है. हर महीने खुलने वाले डीमैट अकाउंट्स की बात करें तो ये आंकड़ा औसतन 30 लाख का है. पहली बार ऐसा हुआ है कि डीमैट अकाउंट की कुल संख्या 15 करोड़ के पार जाती हुई नजर आई है. 

मार्केट सेंटीमेंट्स में उछाल

हर साल डीमैट खाते में दर्ज हो रहे उछाल को देखें तो FY21 में कुल 1.4 करोड़ था, FY22 में 3.4 करोड़, FY23 में 2.5 करोड़ और FY24 में 3.7 करोड़ डीमैट अकाउंट्स खोले गए हैं. बता दें कि बीते कई समय से मार्केट में पॉजिटिव सेंटीमेंट्स हैं. 

क्यों खुल रहे हैं इतने डीमैट अकाउंट्स

1 लाख करोड़ के मार्केट कैप वाली 80 कंपनियां बाजार में हो चुकी हैं. भारत का MSCI इंडेक्स में वेटेज बढ़ने से विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी भी बढ़ी है. इसके अलावा इक्विटी म्यूचुअल फंड के निवेश में बढ़त है. इसके अलावा ब्रोकर और डिपॉजटरी स्तर पर युवा निवेशकों में बढ़त दर्ज हुई है.