भारत का कच्चा इस्पात उत्पादन दिसंबर में 1.4 प्रतिशत घटकर 89.36 लाख टन रहा. दिसंबर 2017 में यह आंकड़ा 90.67 लाख टन था. संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कच्चा इस्पात उत्पादन दिसंबर 2017 की तुलना में 1.4 प्रतिशत घटकर दिसंबर 2018 में 89.36 लाख टन रहा. जबकि नवंबर 2018 के मुकाबले उत्पादन में 0.3 प्रतिशत की कमी आयी है. 

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अप्रैल-दिसंबर अवधि के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र की सेल, राष्ट्रीय इस्पात निगम, टाटा स्टील, एस्सार स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और जिंदर स्टील एंड पावर का संयुक्त उत्पादन 4.75 करोड़ टन रहा. जबकि अन्य कंपनियों का उत्पादन 3.15 करोड़ टन था.

रिपोर्ट में कहा गया है कि दिसंबर 2018 में गर्म धातु का उत्पादन 2.6 प्रतिशत बढ़कर 61.58 लाख टन रहा जो दिसंबर 2017 में 60.01 लाख टन था. वहीं, पिग लौह का उत्पादन 5.5 प्रतिशत घटकर 5.30 लाख टन रहा जो पिछले साल दिसंबर में 5.61 लाख टन था.

जेपीसी, इस्पात मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था है जो लौह एवं इस्पात उद्योग से जुड़े आंकड़े जुटाती है. भारत ने 2030-31 तक उत्पादन क्षमता 30 करोड़ टन पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.