देश में अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) सौभाग्य और समृद्धि के त्योहार के रूप में मनाया जाता है.  इस दिन सोना (Gold) खरीदना शुभ माना जाता है. लकिन इस साल देश में कोरोना वारस (Coronavirus) महामारी के चलते किए गए लॉकडाउन से सोने की बिक्री कम रही. व्यापारियों के संगठन कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज़ (CAIT) और ऑल इंडिया जेवेलर्स एवं गोल्ड्स्मिथ फ़ेडरेशन के मुताबिक इस साल देश में अक्षय तृतीया पर लगभग 600 करोड़ का सोना खरीदा गया.  

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हर साल से कम हुई बिक्री

कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज़ (CAIT) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल और देश भर के जवेलरी व्यापारियों के प्रमुख संगठन ऑल इंडिया जेवेलर्स एंड गोल्ड्स्मिथ फ़ेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक  पंकज अरोरा के मुताबिक अक्षय तृतीया के दिन देश भर में लॉक डाउन के कारण परम्परागत रूप से सोने का जो व्यापार होता आया है वो नहीं हुआ. देश भर में  सोने एवं सोने के आभूषणों की दुकाने बंद है लेकिन फिर भी देश भर में कई जगहों पर फोन और डिजिटल माध्यम से त्योहार के शगुन के रूप में थोड़ा बहुत सोना खरीदा गया. एक अनुमान के मुताबिक लगभग 600 करोड़ रुपये के सोने की बिक्री हुई है.

फोन पर और ऑनलाइन हुई सेल

उन्होंने बताया कि जेवेलर्स  ने फोन और व्हाट्सअप के जरिए अपने ग्राहकों से सोने के आभूषणों की बुकिंग ली और बुकिंग के एवज में आभूषणों की ख़रीद राशि का 20% प्रतिशत एडवांस के रूप में डिजिटल पेमेंट द्वारा लेकर जेवर और सिक्कों की बुकिंग अक्षय तृतीया पर सोने के भाव पर की. इन आभूषणों या बिके हुए सोने की डिलीवरी 3 मई के बाद लॉक डाउन खुलने पर की जाएगी. अगर 3 मई के बाद भी लॉक डाउन नही खुलता है तो बाकी बचे हुए 80 फीसदी कीमत का भुगतान ग्राहकों को 3 मई के तुरंत बाद करना होगा तभी अक्षय तृतीया पर किए हुए सौदे वैध माने जाएँगे.  

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एक साल में 40 फीसदी बढ़ी कीमत

ऑल इंडिया जेवेलर्स एंड गोल्ड्स्मिथ फ़ेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक  पंकज अरोरा के मुताबिक पिछले साल सोने के भाव 32500 रुपये प्रति 10 ग्राम थे वो  40 फीसदी की तेजी के साथ  47500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गए हैं. करोना की वजह से आगे भी दुनिया भर में सोने के दामों में तेजी की संभावना है.