अंग्रेजी की एक कहावत है - What’s In A Name? यानी नाम में क्या रखा है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की भारत का एक नाम इतना कीमत था कि उसे दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) ने 325 अरब रुपये में खरीदा. ये नाम है - फ्लिपकार्ट (Flipkark). फ्लिपकार्ट भारत की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है और वॉलमार्ट ने हाल में उसका अधिग्रहण किया.

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वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट के बीच हुए सौदे की कुल कीमत 1106 अरब रुपये थी. टेक्नालॉजी और स्टार्टअप न्यूज पोर्टल इंक 42 ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि वॉलमार्ट ने अपनी वार्षिक 10-K फाइलिंग में बताया है कि इस सौदे में फ्लिपकार्ट का नाम खरीदने के लिए 325 अरब रुपये चुकाए गए. 10-K फाइलिंग अमेरिका में पंजीकृत सभी कंपनियों के लिए अनिवार्य है. 

इस फाइलिंग के मुताबिक फ्लिपकार्ट और उससे संबंधित सभी ब्रांड नाम को खरीदने के लिए ये कीमत चुकाई गई. इस तरह वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट के सिर्फ नाम को खरीदने के लिए इतनी बड़ी रकम चुकाई. इसका ये मतलब है कि फ्लिपकार्ट की कुल वैल्यु का 30% केवल उसके नाम में है.

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ग्लोबल ब्रांड वैल्युएशन एजेंसी के मुताबिक इस कीमत के साथ फ्लिपकार्ट भारत का 5वां सबसे महंगा ब्रांड नाम बन गया है. भारत का सबसे महंगा ब्रांड नाम है - टाटा. इसके बाद एयरटेल, इंफोसिस और एलआईसी का स्थान है. भारत में आमतौर पर कंपनियां ब्रांड वैल्यु से ज्यादा इकनॉमिक वैल्यु को महत्व देते हैं. ऐसे में फ्लिपकार्ट के नाम के लिए इतनी बड़ी रकम मिलना बहुत बड़ी बात है.