सरकार ने शनिवार को 'डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स' (Digital India Futurelabs) पहल शुरू की. यह अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकार, स्टार्टअप और बड़े उद्यमों के बीच साझेदारी को सक्षम बनाएगी. इससे स्टार्टअप की अगली लहर को बढ़ावा मिलेगा.

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उस पहल की शुरुआत करते हुए, जिसका लक्ष्य रिसर्च और इनोवेशन फ्रेमवर्क की स्थापना करके, मानकों, आईपी, सिस्टम और प्लेटफार्मों में नेतृत्व को बढ़ावा देकर भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी क्षेत्र को बढ़ावा देना है, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत अपने नागरिकों के साथ-साथ दुनिया के लिए प्रौद्योगिकियों, बौद्धिक संपदा और समाधानों के निर्माण में सबसे आगे रहा है.

क्या बोले आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर?

चंद्रशेखर ने इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी) दिल्ली में कहा, ''डिजिटल इंडिया फ़्यूचरलैब्स एक वास्तुकला में एक रूपरेखा का आखिरी टुकड़ा है, जिसे हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत पहले एक साथ रखा था. इसकी शुरुआत 2015 में 'डिजिटल इंडिया' लॉन्च के साथ हुई और कई सालों तक भारत को दुनिया के उपभोक्ताओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए एक विश्वसनीय केंद्र बनाने के लिए एक सक्षम ढांचा तैयार किया गया.''

निम्नलिखित प्रमुख विकास क्षेत्रों ऑटोमोटिव, कंप्यूट, कम्युनिकेशन, स्ट्रेटेजिक इलेक्ट्रॉनिक्स और इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स/आईओटी पर समर्पित जोर प्रदान करने के लिए 'डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स' का समन्वय सी-डैक द्वारा किया जाएगा.

मंत्री ने कहा, 'डिजिटल इंडिया फ़्यूचरलैब्स' भारत को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में वर्ल्ड लीडर के रूप में स्थापित करने और भारतीय उद्यमियों के इनोवेशन स्किल्स को प्रदर्शित करने वाला अंतिम महत्वपूर्ण ब्लॉक है. फ़्यूचरलैब्स हाई-परफॉर्मेंस, ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धी सिस्टम बनाने में मदद करेगा जो कि किफायती, कम लागत और भरोसेमंद होने की विशेषताओं के अतिरिक्त होगा.

इंडिया सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर की होगी शुरुआत

सरकार की जल्द ही इंडिया सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर स्थापित करने की भी योजना है. मंत्री ने कहा, ''सेमीकंडक्टर रिसर्च भी कुछ ऐसा होगा, जिस पर भारत ध्यान केंद्रित करेगा और अब हमारे पास 'डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स' है जो एक तरह से यह सुनिश्चित करने की हमारी महत्वाकांक्षा को पूरा करेगा कि आने वाले दशक में टेक्नोलॉजी इनोवेशन इकोसिस्टम के लगभग हर टुकड़े और हिस्से पर एक भारतीय ध्वज हो.''

क्या-क्या होगा 'डिजिटल इंडिया फ़्यूचरलैब्स' में?

'डिजिटल इंडिया फ़्यूचरलैब्स' कार्यक्रम में टियर 1 सप्लायर्स और ऑटोमोटिव इंडस्ट्रियल प्लेटफ़ॉर्म भी शामिल होंगे, जो भविष्य के लिए डिजाइन और इनोवेशन सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करेंगे. यह सहयोग के माध्यम से इनोवेशन इकोसिस्टम को मजबूत करने, सतत विकास को बढ़ावा देने और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने पर केंद्रित है.