D2C मीट डिलीवरी स्टार्टअप ZappFresh ने गुरुवार को कहा कि उसने बेंगलुरु के स्टार्टअप Dr. Meat का अधिग्रहण कर लिया है. इस अधिग्रहण की मदद से कंपनी को अब बेंगलुरु के बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी. इसी के साथ कंपनी पूरे दक्षिण भारत में अपनी मौजूदगी को बढ़ाएगी. कंपनी का प्लान साल 2023-24 के अंत तक महज 12 महीनों में सिर्फ बेंगलुरु से करीब 70 करोड़ रुपये और कुल मिलाकर करीब 300 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जरनेट करने का प्लान है. इस अधिग्रहण के साथ आने वाले दिनों में कंपनी नए-नए मार्केट में एंट्री करने की योजना बना रही है.

क्या कहते हैं कंपनी के फाउंडर?

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Zappfresh के फाउंडर दीपांशु मनचंदा ने कहा- 'हमने हाल के सालों में स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप और अधिग्रहण के मौकों पर काफी ध्यान दिया है. Dr. Meat ने जिस तरह बिना कोई समझौता किए मजबूती के साथ अपना बिजनेस बढ़ाया है, वह Zappfresh के विजन के साथ मेल खाता है. कंपनी पिछले 4 सालों से मुनाफे में है और अगले 6 महीनों तक फोकस रहेगा कि बेंगलुरु के मार्केट से अच्छी डिमांड हासिल की जा सके.'

कई दिग्गजों ने लगाए हैं इस कंपनी में पैसे

ZappFresh में SIDBI VC, Dabur Family Office, Letsventure, Keritsu Forum समेत फूड और टेक्नोलॉजी सेक्टर के कई दिग्गज एजेंल निवेशकों ने पैसे लगाए हुए हैं. कंपनी के दिल्ली-एनसीआर रीजन में करीब 3 लाख से भी ज्यादा ग्राहक हैं.

अब तक 7.9 मिलियन डॉलर जुटा चुका है ये स्टार्टअप

इस स्टार्टअप की शुरुआत साल 2015 में हुई थी और तब से लेकर अब तक यह कंपनी करीब 7.9 मिलियन डॉलर जुटा चुकी है. यह कंपनी चिकन, मटन, सीफूड, रेडी टू कुक और रेडी टू ईट मीट प्रोडक्ट दिल्ली-एनसीआर रीजन में डिलीवर करती है. Zappfresh का सीधा कॉम्पटीशन Licious, FreshToHome, TenderCuts, Meatigo और अन्य मीट डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स से है. 

2026 तक 3 अरब डॉलर का हो जाएगा ये मार्केट

रिसर्च फर्म Ken Research के मुताबिक साल 2026 तक भारत का ऑनलाइन मीट डिलीवरी मार्केट बढ़कर करीब 3 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. मिलेनियल्स तेजी से ऑनलाइन मीट खरीद रहे हैं. कोविड के बाद से तमाम सामान खरीदने के लिए ऑनलाइन चैनल्स का इस्तेमाल करना काफी आम बात हो चुकी है.