शॉर्ट वीडियो ऐप चिंगारी (Chingari) ने अपने करीब 20 फीसदी स्टाफ की छंटनी (Layoff) कर दी है. कंपनी में करीब 250 कर्मचारी थी, यानी इससे लगभग 50 कर्मचारियों की नौकरी पर असर (Chingari Layoff) पड़ा है. चिंगारी ऐप इंस्टाग्राम और स्नैपचैट की राइवल कंपनी है. जून 2020 में टिक-टॉक पर बैन लगने के बाद से इस ऐप की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ी थी. कुछ हफ्ते पहले ही कंपनी के को-फाउंडर आदित्य कोठारी ने कंपनी से इस्तीफा दिया था और अब बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी हुई है. 

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इस छंटनी से जो भी कर्मचारी प्रभावित हुए हैं, उन्हें एचआर टीम ने एक-एक कर के सबके साथ बैठ कर इस कठिन फैसले के बारे में बताया है. अगर पिछले कुछ महीनों की बात करें तो 2022 से लेकर अब तक तमाम स्टार्टअप से 27 हजार से भी अधिक लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं.

क्या कहना है कंपनी का?

चिंगारी के प्रवक्ता ने जी बिजनेस से कहा- 'हमें चिंगारी में ऑर्गेनाइजेशन रीस्ट्रक्चरिंग के तहत अपने वर्कफोर्स में करीब 20 फीसदी की कटौती करने का बेहद दुख है. यह हमारे मैनेजमेंट के सबसे मुश्किल फैसलों में से एक है और हम समझते हैं कि इसका हमारे कर्मचारियों पर क्या असर होगा. हम चिंगारी में उनके योगदान और कमिटमेंट की सराहना करते हैं.'

उन्होंने आगे कहा- 'कर्मचारियों के योगदान को समझते हुए ही इस छंटनी से प्रभावित सभी कर्मचारियों को 2 महीने की सैलरी दे रहे हैं. साथ ही कर्मचारियों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करते हुए हम उन्हें अगले 3 महीनों तक का हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज दे रहे हैं. हम अपने प्रभावित कर्मचारियों को करियर काउंसलिंग और जॉब प्लेसमेंट असिस्टेंस दे रहे हैं. हमारी प्राथमिकता प्रोसेस को स्ट्रीमलाइन करना, प्रोडक्टिविटी को बढ़ाना और लॉन्ग टर्म गोल के आधार से रिसोर्सोस को मैच करना है.'

2018 में हुई थी चिंगारी की शुरुआत

चिंगारी की शुरुआत साल 2018 में, जो जून 2020 में टिक-टॉक बैन होने से बाद तेजी से लोकप्रिय हुआ. ऐसा इसलिए क्योंकि चिंगारी ऐप काफी हद तक टिक-टॉक जैसा ही है. भारत में टिक-टॉक को भारत-चीन तनाव की वजह से बैन किया गया था. इस कंपनी की शुरुआत आदित्य कोठारी, बिश्वात्मा नायक, दीपक साल्वी और घोष ने की थी. चिंगारी ऐप के जरिए यूजर्स अपने वीडियो अपलोड कर सकते हैं और उसे शेयर भी कर सकते हैं. साथ ही लोग बहुत सारा कंटेंट भी ब्राउज कर सकते हैं.

क्रिप्टोकरंसी टोकन GARI की भी ओनर है चिंगारी

इस एप्लिकेशन के पास एक नेटिव क्रिप्टोकरंसी टोकन GARI का भी मालिकाना हक है, जो कंटेंट बनाने वालों को ऐप्लिकेशन के जरिए कमाई का मौका देता है. अभी यह एप्लिकेशन भारत के अलावा यूएई, इंडोनेशिया, तुर्की और अमेरिका में मौजूद है. इस वक्त क्रिप्टोकरंसी और शॉर्ट वीडियो ऐप दोनों ही बिजनेस करने में संघर्ष कर रहे हैं. यही वजह है कि कंपनी को एक सख्त फैसला लेना पड़ा है.