Business Idea: अगर आप कम निवेश बिजनेस करने की सोच रहे हैं और  आपको कोई बिजनेस आइडिया नहीं मिल रहा तो आज हम आपको ऐसे बिजनेस के बारे में बता रहे हैं जिसे आप शुरू कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. बनाना चिप्स (Banana Chips) सेहत के लिए अच्छा होता है. इसलिए, केले के चिप्स की मांग आलू चिप्स से अधिक है. बनाना चिप्स बनाने का कारोबार एक फायदेमंद सौदा हो सकता है. आइए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ.

शुरू करें Banana Chips बनाने का बिजनेस

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह बिजनेस है केले के चिप्स (Banana chips) का. बनाना चिप्स की बाजार में काफी डिमांड है. यह खाने में बेहद टेस्टी और हेल्दी होता है. Banana Chips लोकल मार्केट में आसानी से बिक जाते हैं. खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने भी इस बिजनेस पर एक रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में बिजनेस शुरू करने की लागत, खर्च और प्रॉफिट का अनुमान लगाया है.

ये भी पढ़ें- Business Idea: 4.8 लाख रुपए में शुरू करें मेडिकेटेड घी बनाने का काम, हर महीने कमाएं मोटा मुनाफा

4.50 लाख में शुरू हो जाएगा बिजनेस

खादी और ग्रामोद्योग आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक Banana Chips बनाने का बिजनेस 4.55 लाख रुपए के निवेश से शुरू हो जाएगा. प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, वर्कशेड बनाने पर 2,50,000 रुपए, इक्विपमेंट पर 1,55,000 रुपए और वर्किंग कैपिटल के लिए 50,000 रुपए की जरूरत होगी. कुल मिलाकर 4,55,000 रुपए की लागत आएगी.

कितनी हो सकती है कमाई

KVIC की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बिजनेस से आप एक साल में 24 टन बनाना चिप्स का उत्पादन कर सकेंगे. इसकी कुल वैल्यू 9,88,7000 रुपए होगी. 100 फीसदी उत्पादन क्षमता से कुल 18,00,000 रुपए की बिक्री हो सकती है. ग्रॉस सरप्लस 8,11,3000 रुपए होगी. रिपोर्ट के अनुसार, सभी खर्चे काटकर सालाना 7,83,000 रुपए की कमाई हो सकती है. यानी हर महीने 65,000 रुपये से अधिक कमाई होगी.

पीएम मुद्रा योजना से ले सकते हैं लोन

अगर  आपके पास बिजनेस शुरू करने के पैसे नहीं हैं तो आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) से लोन ले सकते हैं. इस स्कीम से तहत ग्रामीण इलाकों में गैर-कॉर्पोरेट छोटे उद्यमों को शुरू करने या उसके विस्तार के लिए 10 लाख रुपए तक का लोन मिलता है.

 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

KVIC ने कहा कि यह आंकड़े सांकेतिक हैं और अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग हो सकते हैं. अगर बिल्डिंग पर निवेश को किराये में ट्रांसफर किया जाए तो प्रोजेक्ट कॉस्ट कम हो जाएगी और मुनाफा बढ़ा जाएगा.