महाराष्ट्र में रियल एस्टेट रेगुलेटर महारेरा ने 500 से ज्यादा बिल्डरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. महारेरा ने नॉन-कंप्लायंस के दोषी बिल्डरों को Show Cause नोटिस डाला है. अगर ये बिल्डर नोटिस का जवाब नहीं देते हैं तो रियल एस्टेट रेगुलेटर उनका बैंक अकाउंट भी फ्रीज़ कर सकता है.

क्यों भेजा गया है नोटिस?

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जानकारी है कि रेगुलेटर ने इन बिल्डरों की ओर से समय-समय से QPR न जमा करने पर नोटिस जारी किया है. Qpr में प्रोजेक्ट के डिटेल्स जिनमे फ्लैट्स की बुकिंग एलॉटमेंट लिस्ट विभाग द्वारा अप्रूवल की जानकारी जैसी चीजें शामिल हैं. QPR तिमाही प्रोग्रेस रिपोर्ट होती है. इससे ठीक पहले महारेरा ने बिल्डरों के 746 प्रोजेक्ट्स को शो कॉज नोटिस जारी किया था, जिसमें से सिर्फ 183 बिल्डरों ने अपने प्रोजेक्ट्स के डिटेल्स अपडेट किए. इसके बाद रेरा ने 563 डेवलपर को दोबारा कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा कि उनका प्रोजेक्ट क्यों नही रद्द करना चाहिए. 

किन जिले में कितने प्रोजेक्ट शामिल है?

  • मुंबई शहर के 5 प्रोजेक्ट
  • मुंबई सबर्ब के 33 प्रोजेक्ट
  • रायगढ़ जिले के 40 प्रोजेक्ट
  • पालघर जिले के 35 प्रोजेक्ट
  • पुणे जिले के 124 प्रोजेक्ट
  • अन्य और अलग अलग जिलों के प्रोजेक्ट शामिल हैं.

कार्रवाई के मूड में महारेरा

इन डेवलपर्स को जवाब देने के लिए 45 दिन का समय दिया गया है. समय से जानकारी न मिलने पर महारेरा उनके प्रोजेक्ट्स को सस्पेंड कर बैंक अकाउंट्स फ्रीज कर सकता है. Regulation and Development Act के तहत बिल्डरों को अपने प्रोजेक्ट्स की जानकारी हर 3 महीने पर रेरा को उनके पोर्टल पर देनी होती हैं.

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