भारतीय रेल (Indian Railways) की पहली स्वदेशी रेल वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ने अपनी सर्विस के एक साल पूरे कर लिए है. इस मौके पर उत्तर रेलवे ने बताया कि इस दौरान इस गाड़ी ने कुल 3.8 लाख किलोमीटर की दूरी तय की, कुल 92.29 करोड़ रुपये का लाभ कमाया. इस दौरान वंदेभारत एक्सप्रेस की 100 प्रतिशत सीटें भरी रहीं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 15 फरवरी को इस रेलगाड़ी का उद्घाटन किया गया था और इसके दो दिन बाद 17 फरवरी, 2019 को इसने नई दिल्ली से वाराणसी के लिए अपना व्यावसायिक संचालन शुरू किया.

टी-18 (Train 18) नाम से भी मशहूर भारत की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन को वंदे भारत एक्सप्रेस कहा जाता है. इस रेलगाड़ी के रैक का निर्माण, इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई में किया गया था. यह ट्रेन तमाम आधुनिक तकनीकी खूबियों और आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है. यह भारत की पहली बिना इंजन वाली ट्रेन है. इस ट्रेन को बिजली से पावर मिलती है. 

वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली और वाराणसी के बीच की दूरी आठ घंटे में तय करती है और सोमवार तथा गुरुवार को छोड़कर सप्ताह के शेष सभी दिनों में चलती है. यह ट्रेन सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली ट्रेन साबित हुई है और यह पूरे साल 87 फीसदी राइट टाइम रही है. एक साल के दरमियान ट्रेन ने 92.29 करोड़ की इनकम की है.

 

रेल मंत्री ने किया ट्वीट

केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वंदे भारत के एक साल पूरा करने पर कहा कि यात्रियों की सेवा में कार्यरत वंदेभारत एक्सप्रेस ने अपने एक वर्ष में देश में रेल यातायात की परिभाषा और उसके प्रति लोगों के विचार को बदला है. आधुनिकता, समय पालन, और सुविधाओं में बेहतरीन यह ट्रेन यात्रियों को भारतीय रेल के भविष्य की एक झलक दिखा रही है.

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दूसरी वंदे भारत दिल्ली से कटरा

दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली-कटरा के बीच चल रही है. यह ट्रेन 5 अक्टूबर, 2019 में शुरू की गई थी. हाई स्पीड ट्रेन चलने से दिल्ली और कटरा के बीच यात्रा का समय 12 घंटे से कम होकर आठ घंटे रह गया है.