Railway concessions for Senior Citizen: रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले हफ्ते सदन में एक सवाल के जवाब में कहा था कि ट्रेन टिकट में डिस्काउंट देने से रेलवे की लागत में इजाफा होता है. ऐसे में सीनियर सिटीजन समेत सभी कैटगरी में ट्रेन टिकट पर डिस्काउंट देना वांछनीय नहीं है. रेलमंत्री के इस जवाब की विभिन्न स्टेकहोल्डर्स ने आलोचना करते हुए सीनियर सिटीजन को दिए जाने वाले डिस्काउंट को बहाल करने की मांग की. रेलवे से जुड़े एक सोर्स ने बताया कि रेलवे बोर्ड सीनियर सिटीजन को टिकट में दिए जाने वाले डिस्काउंट (Railway concessions for Senior Citizen) को फिर से बहाल करने पर विचार कर रहा है, हालांकि इस बार नियमों में थोड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.

नियमों में होगा बदलाव

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

समाचार एजेंसी PTI की खबर के मुताबिक, सूत्रों ने बताया रेलवे सीनियर सिटीजन को मिलने वाली रियायत को बहाल करने पर विचार कर रहा है, लेकिन इस बार केवल जनरल और स्लीपर क्लास को ये डिस्काउंट मिलेगी. इसके साथ ही रेलवे (Indian Railways) उम्र सीमा में भी बदलाव कर सकता है. उन्होंने बताया कि रेलवे 70 साल के ऊपर के लोगों को डिस्काउंट देने पर विचार कर रहा है. पहले ये सीमा महिलाओं के लिए 58 और पुरुषों के लिए 60 थी. 

डिस्काउंट की हो रही समीक्षा

रेलवे से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि हम समझते हैं कि इन रियायतों से बुजुर्गों को काफी राहत मिलती है और हमने कभी नहीं कहा कि इसे पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है. हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं और इस पर फैसला करेंगे.

कितना था डिस्काउंट

रेलवे के नियमों के मुतबाकि, 60 वर्ष की आयु से अधिक के पुरुष और 58 वर्ष की आयु से अधिक की महिलाओं को ट्रेन टिकट में डिस्काउंट (Railway concessions for Senior Citizen) मिलता था. इसमें महिलाओं को 50 फीसदी, पुरुषों और ट्रांसजेंडर्स को 40 फीसदी डिस्काउंट देने का प्रोविजन था. हालांकि कोरोना महामारी के बाद से इस रियायत को रेलवे ने बंद कर दिया था.

प्रीमियम तत्काल पर विचार

रेवेन्यू की समस्या को दूर करने के लिए अधिकारी ने बताया कि रेलवे सभी ट्रेनों में 'प्रीमियम तत्काल' (Premium Tatkal) शुरू करने की योजना बना रहा है. इससे ज्यादा रेवेन्यू हासिल होगा और डिस्काउंट से होने वाले घाटे को कम करने में मदद मिलेगी. यह योजना फिलहाल 80 ट्रेनों में लागू है.