अगर आपने हाल ही में कोई रिपोर्ट पढ़ी है जिसमें भारतीय रेलवे (Indian Railways) की ओर से लॉकडाउन के खत्म होने के बाद कौन सी ट्रेनें चलाई जाएंगी या किस ट्रेन की क्या फ्रिक्वेंसी होगी इसके संबंध में जानकारी दी गई है तो कृपया इस तरह की रिपोर्ट पर बिलकुल भी ध्यान न दें. भारतीय रेलवे की ओर से ट्वीट करके जानकारी दी गई है कि लॉकडाउन (lockdown) के बाद का अब तक कोई रिस्टोरेशन प्लान (restoration plan) अब तक जारी नहीं किया है. रेलवे ने इस तरह की किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की बात कही है. रेलवे की ओर से जानकारी दी है कि पैसेंजर सर्विसेज को रीस्टोर करने के पहले यात्रियों को इसके बारे में जानकारी दी जाएगी.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 टिकट बुकिंग को लेकर रेलवे ने कही ये बात

हाल ही में रेलवे ने टिकटों की बुकिंग को लेकर स्पष्टिकरण दिया था कि भारतीय रेलवे के टिकटों की बुकिंग 14 अगस्त के बाद की यात्रा के लिए ऑनलाइन irctc की वेबसाइट के जरिए की जा सकती है. रेल यात्रा के लिए 14 अप्रैल के बाद अगले तीन महीनों के लिए टिकट बुक किया जा सकता है. रेलवे ने सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए अपने ज्यादातर रिजर्वेशन काउंटरों को बंद कर रखा है.

रेलवे ने तैयार किए रक्षक कोच

भारतीय रेलवे (Indian Railways) कोरोना वायरस (Coronavirus in India) महामारी covid 19 से लड़ाई में हर संभव योगदान करने का प्रयास कर रहा है. भारतीय रेलवे के पुर्वोत्तर जोन (North East Railways) ने कोरोना वायरस को हराने के लिए खास तरह के रक्षक कोच तैयार किए हैं. दरअसल पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर स्थित यांत्रिक कारखानों में इन रक्षक कोचों को तैयार किया जा रहा है. 

 

रेलवे तैयार कर रहा है ये चलते फिरते अस्पताल

दरअसल पूर्वोत्तर रेलवे कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए ट्रेन के स्लीपर डिब्बों को आईसोलेशन वॉर्ड में बदल रहा है.  एक ट्रेन में 16 डिब्बे होंगे जिसमें तीन एसी कोच होंगे.  इन एसी डिब्बों को डॉक्टरों को आराम करने के लिए बनाया गया है.  बाकी डिब्बों में कोरोना के संदिग्ध मरीजों को रखा जाएगा. कोरोना महामारी पर नियंत्रण के बाद इन डिब्बों को फिर से यात्रियों के लिए ट्रेनों में चलाने के पहले अच्छी तरह से सेनेटाइज किया जाएगा. इन खास रक्षक कोच वाली ट्रेनों को रेलवे स्टेशनों पर चलते फिरते अस्पताल के तौर पर रखेगा.