Indian Railways: फेस्टिवल और छुट्टियों के मौसम में ट्रेन का कंफर्म टिकट पाने में लोगों को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ती है. इसकी एक बड़ी वजह दलालों की सांठ-गांठ भी होती है, जो कि एडवांस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके टिकट बुकिंग में धांधली करते हैं. इन दलालों पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पिछले एक महीने में 42 से अधिक ऐस सॉफ्टवेयरों को नष्ट किया है और 955 दलालों, डेवलपर्स, बड़े सेलर्स और रिटेल सेलर्स को गिरफ्तार किया है. 

रेलवे ने चलाया बड़ा अभियान

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रेलवे सुरक्षा बल (RPF) निरंतर उठाए गए कदमों के माध्यम से रेल यात्रियों, यात्री क्षेत्रों और रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं पर कायम है. इनमें पूर्वानुमानी, निवारक और खोजी प्रतिबद्धताएं शामिल हैं. इस अधिदेश से परे, RPF ट्रेनों के सुचारू संचालन में रेलवे की सहायता करने, संकट में यात्रियों की मदद करने और ट्रेनों से भागने वाले संदिग्धों को पकड़ने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता करते हुए अतिरिक्त जिम्मेदारियां भी वहन करता है.

रेलवे सुरक्षा को मजबूत करने के अपने मिशन को ध्यान में रखते हुए, RPF ने रेलवे सुरक्षा के मद्देनजर दो महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए अप्रैल 2023 के दौरान एक महीने का अखिल भारतीय स्तर पर विशेष अभियान शुरू किया. पहला अभियान रेलवे ई-टिकटों की दलाली सहित दलाली में शामिल अपराधियों की पहचान करना और कानून के प्रावधानों के तहत उनके खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई करना था. दूसरा अभियान ब्लैक स्पॉट और पथराव की घटनाओं के प्रति अतिसंवेदनशील ट्रेनों की पहचान करना था और इस खतरे को रोकने के लिए जरूरी आवश्यक उपाय करना था.

955 दलाल हुए गिरफ्तार

अभियान के दौरान, RPF कर्मियों ने अनधिकृत टिकट बुकिंग एजेंटों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशनों, आरक्षण काउंटरों तथा ऑनलाइन सामग्री का नियमित निरीक्षण किया. RPF कर्मियों ने जनता को अनधिकृत एजेंटों के माध्यम से टिकट बुक करने के खतरों के बारे में भी शिक्षित किया और उन्हें टिकट खरीदने के लिए वैध साधनों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया. इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, RPF ने 42 से अधिक अवैध सॉफ्टवेयरों को नष्ट कर दिया और ऐसे अवैध सॉफ्टवेयरों के 955 दलालों, डेवलपर्स, बड़े विक्रेताओं, विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं को गिरफ्तार किया.

ट्रेन पर पथराव बड़ी समस्या

RPF ने चलती ट्रेनों पर पथराव की घटनाओं में अचानक वृद्धि देखी, जिससे यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा हो रहा था. इसके जवाब में, RPF ने स्थानीय अधिकारियों और ग्राम प्रशासन, जैसे ग्राम पंचायतों तथा उनके प्रतिनिधियों, स्कूलों, ट्रैक के साथ लगी बस्तियों, और कॉलेजों के साथ मिलकर काम करके पथराव के दुष्परिणामों के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए कई अभियान चलाए. इस मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समाचार पत्रों में नोटिस और पैम्फलेट प्रकाशित किए गए तथा जनता के बीच पत्रक वितरित किए गए. 

इसके अलावा, RPF ने कई अन्य उपाय किए, जिनमें ब्लैक स्पॉट्स पर तैनाती को बढ़ाना, ट्रेन का मार्गरक्षण, और अतिक्रमियों के खिलाफ अभियान शामिल थे. इसके परिणामस्वरूप, रेलवे अधिनियम के प्रावधानों के तहत 2773 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में पुलिस, खुफिया एजेंसियों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ विशेष समन्वय बैठकें भी आयोजित की गईं, जिसके परिणामस्वरूप इन अपराधों को अंजाम देने वाले 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

रेलवे सुरक्षा बल रेल यात्रियों की संरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है और महीने भर चलने वाले इस विशेष अभियान की सफलता इसकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है. भारत के रेलवे नेटवर्क में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए RPF भविष्य में इसी तरह की पहल करना जारी रखेगा.

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