आर्थिक मामलों की संसदीय समिति (CCEA) ने इलाहाबाद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच 150 किलोमीटर लंबी तीसरी रेलवे लाइन बनाने के काम को मंजूरी दे दी है. इस काम को करने में लगभग 2649.44 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. ये तीसरी लाइन बिछाए जाने का काम 2023-24 तक पूरा कर लिया जाएगा.

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इन दो स्टेशनों के बीच बिछेगी तीसरी रेल लाइन

इलाहाबाद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच तीसरी रेलवे लाइन बिछाए जाने के बाद दिल्ली - हावड़ा रूट पर यात्री ट्रेनों बेहतर तरीके से चलाया जा सकेगा. इस रूट पर जितनी ट्रेनें चलाई जा सकती हैं उससे कहीं अधिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं. तीसरी लाइन बनने के बाद रेलवे ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के साथ ही कुछ नई रेलगाड़ियां इस रूट पर चला सकेगा.

रेलगाड़ियों की बढ़ सकेगी स्पीड

इस तीसरी लाइन का काम पूरा हो जाने के बाद छिवकी जंक्शन से नैनी रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेनों के जाम को खत्म किया जा सकेगा. इससे गाड़ियों को समय पर चलाने में मदद मिलेगी. इस काम के पूरा हो जाने से दिल्ली से हावड़ा रूट पर चलने वाली ट्रेनों को समय पर उनकी मंजिल तक पहुंचने में मदद मिलेगी.

बड़े पैमाने पर लोगों को मिलेगा रोजगार

केंद्र सरकार के अनुमान के अनुसार इलाहाबाद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने में श्रमिकों को लगभग 36 लाख घंटे का काम सीधे तौर पर मिलेगा. ऐसे में बड़े पैमाने पर रोजगार के मौके पैदा होंगे.