मोदी सरकार की आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी की बुधवार को हुई बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए. इस बैठक में उत्तर प्रदेश में सहजनवा से दोहरीघाट तक 81.17 किलोमीटर लम्बी नई रेल लाइन बिछाने के काम को मंजूरी मिल गई है. इस काम को पूरा करने में लगभग 1319.75 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं इस प्रोजेक्ट को 2023-24 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. यह काम पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से किया जाएगा.

उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिस इलोक में इस रेल लाइन को मंजूरी मिली है वह काफी घनी आबादी वाला इलाका है. इस नई रेल लाइन को बिछाए जाने से यहां आसपास के इलाकों में छोटे उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा. केंद्र सरकार के एक अनुमान के अनुसार इस नई रेल लाइन से लगभग 19.48 लाख दिनों का काम स्थानीय लोगों को मिलेगा.
 
गोरखपुर व मऊ से गुजरेगी ये रेल लाइन
सहजनवा से दोहरीघाट तक बिछाई जाने वाली ये रेलवे लाइन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर व मऊ जिलों से हो कर गुजरेगी. इस लाइन का ज्यादातर हिस्सा गोरखपुर में ही होगा. इस नई रेल लाइन को बिछाए जाने के साथ ही इंदारा से दोहरीघाट तक की लाइन पर गेज बदलने का काम भी किया जाएगा.
 
लखनऊ से सीधे छपरा जा सकेगी ट्रेन
सहजनवा से दोहरीघाट तक लाइन बिछाए जाने के बाद रेलगाड़ियां लखनऊ से सीधे छपरा जा सकेंगी. इससे गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर गाड़ियों के बोझ को कम किया जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट से इस आर्थिक तौर पर पिछले इलाके के विकास में मदद मिलेगी.