देश इस समय कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी covid 19 पर लगाम लगाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है. सरकार ने 3 मई तक देशव्यापी लॉकडाउन (India Lockdown) का ऐलान किया है. इस लॉकडाउन का सफलता से पालन कराने के लिए पुलिस के जवान इस मुश्किल समय में सड़कों पर मुश्तैदी से तैनात हैं. बढ़ती गर्मी को देखते हुए भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने दिल्ली में सड़कों पर तैनात पुलिस कर्मियों (IRCTC) को रेल नीर पानी की बोतलें उपलब्ध कराने का ऐलान किया है.  भारतीय रेलवे कोरोना वायरस से लड़ाई में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहा है.  

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IRCTC करता है रेल नीर की बोतलों का प्रोडक्शन

रेलवे का  उपक्रम आईआरसीटीसी (Delhi Police) रेल नील पानी की बोतलों की पैकेजिंग करता है.  पुलिस कर्मियों को ये पानी की बोतलें बिलकुल मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही हैं.  आईआरसीटीसी ने अपने दिल्ली में नांगलोई स्थित रेल नीर प्लांट (Rail Neer Plant) से इन पानी की बोतलों का उत्पादन शुरू किया है.  पुलिस कर्मियों को रोज लगभग  10000 पानी की बोतलें बांटी जा रही हैं.  अब तक रेलवे ने 50 हजार से अधिक रेल नीर पारी की बोतलें उपलब्ध करा दी हैं.  

उत्तर रेलवे बना रहा है PPE kit

भारतीय रेलवे के Northern Railways जोन के एक कारखाने ने रविवार 19.4.2929 को एक दिन में 1003 कवरऑल (PPE kit) बना कर नया रिकॉर्ड बनाया है. देश में डॉक्टरों और अस्पतालों में काम कर रहे कर्मचारियों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उत्तर रेलवे ने रोज लगभग 1000 कवरऑल बनाने का लक्ष्य रखा है.देश में इस समय बड़े पैमाने पर PPE kit की जरूरत है रेलवे का ये प्रयास कोरोना से लड़ाई में काफी मददगार साबित होगा. उत्तर रेलवे के चीफ मैकेनिकल इंजीनियन (CME) अरुण अरोड़ा के मुताबिक इस समय पूरी दुनिया में PPE kit की कमी है. ऐसे में उत्तर रेलवे की जगाधरी वर्कशॉप में बनाए जा रहे PPE kit कोरोना से लड़ाई में काफी मददगार साबित होगी. फिलहार वर्कशॉप में रोज एक हजार  किट बनाई जा रही है. मई तक इसे 2000 प्रतिदिन तक ले जाने का लक्ष्य है. रेलवे की ओर से तैयार की जा रही  किट की कीमत बाजार में उपलबध किट की तुलना में लगभग आधी है.

रेल कारखानों में बन रहे हैं मास्क और सेनेटाइजर

भारतीय रेलवे भी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरी शिद्दत के साथ जुटी हुई है. रेलवे ने अब तक 2500 कोचों को कोरोना वायरस संदिग्ध के लिए आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया है. यानी इन 2500 कोचों में 40 हजार आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. वहीं रेलवे अभी 5000 कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने में जुटा है, जिसमें अब तक 2500 कोचों को कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया गया है. इस तरह भारतीय रेलवे एक दिन में औसतन 375 कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदल रहा है.

 

रेलवे ने चलाई अन्नपूर्णा एक्सप्रेस

लॉकडाउन के बीच देश के किसी हिस्से में खाद्यान या अन्य जरूरी समानों की कमी न हो इसके लिए रेलवे लगातार प्रयास कर रहा है. रेलवे ने इसी बीच एक नया इतिहास बना दिया है.रेलवे ने पंजाब के ढंढारीकलां से असम (Assam) के न्यू जलपाइगुड़ी (New Jalpaiguri) तक दो इंजन और दो अतिरिक्त डिब्बों सहित 88 डिब्बों की अन्नपूर्णा मालगाड़ी चलाई. इस मालगाड़ी ने 49 घंटे 50 मिनट में 1634 किलोमीटर का सफर तय किया. सामन्य तौर पर मालगाड़ी को ये दूरी तय करने में  96 से 100 घंटे तक लग जाते हैं.