मुंबई - दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा के समय में 1.15 घंटा तक की कमी आएगी. गाड़ी संख्या 12951/12952 मुंबई राजधानी को रेलवे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पुश एंड पुल तकनीक के जरिए चलाने का फैसला लिया है. रेलवे ने 26 अगस्त तक इस ट्रेन को दोनों दिशाओं में पुश एंड पुल तकनीक से चलाने का फैसला किया है. रास्ते में पड़ने वाले स्टेशनों को आदेश दिए गए हैं कि इस ट्रेन को सभी सिग्नल ग्रीन दिए जाएं ताकि यह पता चल सके की पुश एंड पुल तकनीक से इस ट्रेन को चलाने में कितनी समय की बचत होगी.

दो ताकतवर इंजनों की मदद से चलेगी मुंबई राजधानी
पुश एंड पुल तकनीक के तहत मुबंई राजधानी ट्रेन को दो इंजनों की मदद से चलाया जाएगा. एक इंजन ट्रेन के आगे लगाया जाएगा वहीं दूसरा इंजन इंजन के पीछे लगाया जाएगा. ऐसे में एक इंजन जहां ट्रेन को आगे की ओर खींचेगा वहीं दूसरा इंजन ट्रेन को पीछे से ढकेलेगा. इस ट्रेन में दोनों इंजन 6000 एचपी के होंगे.
 
130 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलेगी ये ट्रेन
रास्ते में यह ट्रेन बोरीवली, सूरत, वड़ोदरा, रतलाम, नागदा, और कोटा स्टेशनों पर रुकेगी. इस ट्रेन को अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक की स्पीड पर चलाया जाएगा. फिलहाल मुंबई राजधानी को मुंबई से दिल्ली की दूरी तय करने में लगभग 15.30 घंटे लगते हैं. पुश एंड पुल तकनीक से इस ट्रेन को चलाने में एक घंटे तक की बचत की संभावना है.
 
इन ट्रेनों को भी पुश एंड पुल तकनीक से चलाया जाएगा
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यदि सबकुछ ठीक रहा और पुश एंड पुल तकनीक से समय में बचत होती है तो आने वाले समय में अगस्त क्रांति राजधानी भी पुश एंड पुल  तकनीक से चलाया जा सकता है. हजरत निजामुद्दीन से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल के बीच चलने वाली राजधानी को भी पुश एंड पुल तकनीक से चलाया जा रहा है.