वंदेभारत के बाद अब इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने पार्सल वैन को भी वंदे भारत (Vande Bharat) के बराबर रफ्तार वाला बना दिया है. जी हां, अब पार्सल वैन (Parcel Van) भी 160 किमी/घंटे की रफ्तार से भागेगी. रेलवे ने LINKE HOLFMANN BUSCH (LHB) पार्सल वैन को लॉन्‍च कर दिया है.

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गुरुवार को सफदरजंग स्टेशन पर कार्यक्रम में उच्च क्षमता वाली एलएचबी पार्सल वैन को लॉन्‍च किया गया. एलएचबी पार्सल वैन का निर्माण, रेल कोच फैक्ट्री (RCF) कपूरथला में हुआ है. यह रेलवे की प्रथम एलएचबी डिजाइन पर आधारित उच्च क्षमता वाली पार्सल वैन है. रेलवे बोर्ड सदस्य और रॉलिग स्टॉक मेम्बर राजेश अग्रवाल और रेलवे बोर्ड यातायात पूणेंदु मिश्रा ने वैन को लॉन्‍च किया.

इससे पहले देश में ICF डिजाइन वाली कंनवेशनल पार्सल वैन चल रही है. जर्मन की एलएचबी तकनीक वाली यह पहली पार्सल वैन है, जिसे RDSO ने 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने का प्रमाण पत्र दिया है, जबकि ICF डिजाइन वाले पार्सल वैन लगभग 100 किलोमीटर की रफ्तार से ही दौड़ सकते थे. इस पार्सल वैन की भार लेकर जाने की क्षमता 24 टन है, जिसमें 16 मिमी की साउंड इंसूलेटड फ्लोरिग लगाई गई है. वह इस वैन को उत्तम राइडिंग इंडेक्स प्रदान करती है.

कोच में सभी अंदरूनी पैनलिंग स्टेनलेस स्टील से की गई है. वह इसकी संरचना को और मजबूती प्रदान करते हैं. पार्सल वैन की छत में उत्तम क्वालिटी का ग्लास वूल लगाया गया है जो वैन के अंदरूनी तापमान को नियंत्रित रखता है.

रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला (RCF) इससे पहले हाई स्पीड तेजस, हमसफर, राजधानी, शताब्दी इत्यादि यात्री डिब्बे के अलावा डाक सेवा के लिए पोस्टल वैन, रेफ्रीजरेटेड वैन का भी निर्माण कर चुकी है. 

गौरतलब है कि तेजस 200 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ने की क्षमता रखती है, जिसमें यात्रियों को कई अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है. इसके अलावा हमसफर भी यात्रियों की पहली पसंद बना हुआ.