Budget2020  #BudgetOnZee में मोदी सरकार भारतीय रेलवे की ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने को लेकर बड़ा ऐलान कर सकती है. बजट में कुछ रूटों पर ट्रेनों की स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ाने का ऐलान हो सकता है. दरअसल भारतीय रेलवे मिशन रफ्तरा के तहत कई रूटों पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने का काम कर रही है. स्पीड बढ़ाने की दिशा में किए जा रहे कामों पर इंडियन रेलवे का कहना है कि दिल्ली-कोलकाता और दिल्ली-मुम्बई फ्रेट कॉरिडोर दिसंबर, 2021 तक तैयार हो जाएंगे और इन रूटों पर 160 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन दौड़ेंगी. बजट में DFCC को अभी अच्छा पैसा मिलने की उम्मीद की जा रही है.

160 किमी/घंटा की स्पीड
ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए नए-नए कॉरिडोर तैयार किए जा रहे हैं. दिल्ली-कोलकाता और दिल्ली-मुम्बई फ्रेट कॉरिडोर दिसंबर 2021 तक तैयार हो जाएगा और इन रूटों 160 किमी/घंटा की स्पीड से ट्रेन दौड़ सकेंगी. अगले 4-5 सालों में डिमांड के हिसाब से इन दोनों सेक्शन में मालवाहक या यात्री ट्रेन चला पाएंगे. ट्रेनों की टाइमिंग पर खासा ध्यान दिया जा रहा है. ट्रेनों की पंक्चुअलिटी में 8 फीसदी का इजाफा हुआ है. ट्रेनों की पंक्चुअलिटी 68 फीसदी से बढ़कर 76 फीसदी हो गई है.
 
ट्रेनों की सपीड बढ़ाने में डीएफसी की होगी महत्वपूर्ण भूमिका
भारतीय रेलवे 2 अक्टूबर से खुर्जा और भदान के बीच में डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का एक हिस्सा कमर्शियल ऑपरेशन के लिए खोल चुका है. खुर्जा - भदान सेक्शन इस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडॉर का सेक्शन है. ये लुधियाना से शुरू कर सोनगन तक जाता है. ये कुल 1500 किलोमीटर का सेक्शन है. DFCC के मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराग सचान के मुताबिक 02 अक्टूबर से खुर्जा - भदान सेक्शन को खोला जाएगा. ये सेक्शन कुल 194 किलोमीटर का सेक्शन है. ये NCR रेलवे के तहत आता है. इस सेक्शन के खुलने से NCR में यात्री गाड़ियों की स्पीड बढ़ सकेगी.
 
 

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2021 तक ये है प्लान

खुर्जा - भदान सेक्शन खुलने के बाद रेलवे इस सेक्शन पर लगभग 15 ट्रेनों मालगाड़ियों को शिफ्ट करने की योजना पर काम कर रहा है. DFCC की योजना है कि जैसे - जैसे सेक्शन बनते जाएंगे गाड़ियों को उनपर शिफ्ट करते जाएंगे. 2019-20 में कानपुर से खुर्जा के बीच लगभग 350 किलोमीटर के सेक्शन को खोलने की योजना है. वहीं वेस्टर्न कॉरीडोर में रेवाड़ी से लेकर पालनपुर के लगभग 650 किलोमीटर का सेक्शन खोला जाएगा. दिसम्बर 2021 तक दोनों कॉरीडोर के काम को पूरा कर लिया जाएगा.