Term Insurance: फाइनेंशियल मैनेजमेंट में कहा जाता है कि लाइफ की टेंशन को दूर भगाना है तो सबसे पहले खुद को इंश्योर्ड करें. एक्सपर्ट्स की सलाह होती है कि कमाने के साथ ही निवेश की शुरुआत कर देनी चाहिए, लेकिन उससे भी पहले पहले इंश्योरेंस खरीदें. खुद की और परिवार की जिंदगी को इंश्योरेंस का सुरक्षा कवच देना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे में अपने लिए इंश्योरेंस पोर्टफोलियो तैयार करना एक महत्वपूर्ण फैसला होता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन-कौन से इंश्योरेंस लेना जरूरी है.

पहले हेल्थ फिर टर्म इंश्योरेंस खरीदें

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जी बिजनेस के खास कार्यक्रम मनी गुरु में बात करते हुए बजाज कैपिटल के डायरेक्टर और ग्रुप सीईओ अनिल चोपड़ा और आनंदराठी वेल्थ लिमिटेड के सीईओ फिरोज अजीज ने कहा कि बात जब इंश्योरेंस की हो तो सबसे पहले हेल्थ इंश्योरेंस लेना जरूरी है. जिस तरह मेडिकल खर्च बढ़ रहे हैं, उसके लिए जरूरी है कि आपके पास पर्याप्त सम अश्योर्ड वाला प्लान हो. उसके बाद टर्म प्लान लेना चाहिए.

1 करोड़ के टर्म प्लान पर करीब 500 रुपए का प्रीमियम

टर्म इंश्योरेंस एक प्योर लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी है. अगर आपको कुछ हो जाता है तो यह आपके परिवार का आर्थिक सहारा बनता है. इसमें कम प्रीमियम पर ज्यादा कवर मिलता है. अगर आप 1 करोड़ का टर्म प्लान लेंगे तो अमूमन 500 रुपए महीने का प्रीमियम जमा करना होगा. टर्म इंश्योरेंस में डेथ बेनेफिट मिलता है. अगर पॉलिसी पीरियड के दौरान इंश्योर्ड इंडिविजुअल की मौत हो जाती है तो पूरी रकम नॉमिनी को मिलेगी. पॉलिसी अवधि तक जीवित रहने पर बेनेफिट नहीं मिलता है. टैक्स की बात करें तो टर्म प्लान के चुकाए गए प्रीमियम पर 80C के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है.

उम्र कि आधार पर खरीदें टर्म प्लान

अब सवाल उठता है कि आपका टर्म इंश्योरेंस कितने का होना चाहिए. एक्सपर्ट का कहना है कि यह आपकी इनकम और उम्र पर निर्भर करता है. अगर आपकी उम्र 40 साल तक की है तो अपनी कमाई का 20-30 गुना कवर सही रहेगा. 40-50 साल की उम्र है तो सालाना इनकम का 10-15 गुना कवर लें. उम्र 50 साल से ऊपर है तो सालाना इनकम का 5 गुना कवर ले सकते हैं. जब तक रिटायर होते हैं, तब तक अपने लिए टर्म इंश्योरेंस खरीदते रहें.