Women's Day 2021: उत्तरखंड सरकार (Uttarakhand Government) ने महिला सेल्फ हेल्फ ग्रुप को बिना ब्याज के लोन देने की योजना शुरू की है. इसके अलावा राज्य सरकार ने आशा वर्कर्स को 10-10 हजार रुपये का इनाम देने का भी ऐलान किया. अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए ब्याज मुक्त ऋण योजना शुरु पये करते हुए उत्तराखंड सरकार ने 156 समूहों को 5.27 करोड रुपये का ऋण दिया.

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Chief Minister Trivendra Singh Rawat) ने कोविड काल में राज्य को सेवा देने वाली हर एक आंगनबाड़ी और आशा वर्कर (anganwadi and asha workers) को 10-10 हजार रुपये देने और महिला मंगल दलों ( Mahila Mangal Dal) एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को 15-15 हजार रुपये देने की भी घोषणा की.

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की सहभागिता जितनी अधिक बढ़ेगी, उतनी ही तेजी से प्रदेश का विकास होगा. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 मार्च को राज्य सरकार के चार साल पूरे हो रहे हैं और इन चार सालों में महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई गईं. उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं को अपने पति की पैतृक सम्पति में सहखातेदारी का अधिकार दिया गया है जिससे बैंक से ऋण लेने की इच्छुक महिलाओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना (Mukhya Mantri Ghasyari Kalyan Yojana) भी लागू की गयी है जिसके लिए इस बार के बजट में 25 करोड़ रुपये प्रावधान किया गया है.

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी खास ध्यान दे रही है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों में आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका है.