केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं जैसे एनएससी और पीपीएफ की ब्याज दरों में जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान 0.10 प्रतिशत कटौती करने की घोषणा की है. इस कदम का मकसद है कि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों का तालमेल बैंकिंग सेक्टर की ब्याज दरों के साथ बना रहे. रिजर्व बैंक द्वारा इस साल तीन बार नीतिगत दरों में कटौती के बाद बैंकिंग क्षेत्रों में भी डिपॉजिट पर जमा दरें कम हुई हैं. 

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बचत जमाओं पर ब्याज दरों को 4% की दर पर स्थिर रखते हुए सभी अन्य स्कीम की ब्याज दरों में 0.1 प्रतिशत की कटौती की गई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने वित्त मंत्रालय के हवाले बताया है, 'सरकार के निर्णय के आधार पर छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती हैं.' इसके साथ ही वित्त मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए ब्याज दरों को नोटिफाई किया है.

नई दरों के मुताबिक पब्लिक प्राविडेंट फंड (पीपीएफ) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) की ब्याज दरें 8 प्रतिशत से घटाकर 7.9 प्रतिशत कर दी गई हैं, जबकि 113 महीने परिपक्वता वाले किसान विकास पत्र की ब्याज दर अब 7.6 प्रतिशत होगी. इस समय इस पर 7.7 प्रतिशत की दर से ब्याज मिल रहा है. बेटियों के लिए शुरू की गई बचत योजना सुकन्या समृद्धि खातों पर ब्याज दर अब 8.5 प्रतिशत से घटकर 8.4 प्रतिशत हो गई है.