Small savings scheme interest rate: छोटी बचत योजनाओं में इन दिनों बढ़िया ब्याज मिल रहा है. लेकिन, आने वाले दिनों में ये ब्याज और भी आकर्षक हो सकता है. दरअसल, स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर सरकार ब्याज दर रिवाइज करने जा रही है. 31 मार्च को इसकी समीक्षा होगी इसके बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है. ऐसे में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), किसान विकास पत्र (KVP) और पोस्ट ऑफिस की दूसरी स्कीम्स में ब्याज दर बढ़ाई जा सकती है. बढ़ती महंगाई और रेपो रेट में लगातार इजाफे के बीच पिछली तिमाही में सरकार ने कुछ स्कीम्स की ब्याज दर बढ़ाई थी. अब एक बार फिर बाकी स्कीम्स में भी अच्छा ब्याज देने की तैयारी है.

आम पब्लिक को राहत देने की तैयारी

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वित्त मंत्रालय के ऑफिशियल के मुताबिक, आने वाली तिमाही के लिए ब्याज दरों की समीक्षा होनी है. मौजूदा स्थितियों को देखते हुए ब्याज को बढ़ाने पर फैसला हो सकता है. ऐसी स्थिति में PPF, सुकन्या जैसी स्कीम्स पर ब्याज दर बढ़ाया जा सकता है. पिछली तिमाही में कुछ स्कीम्स पर ब्याज बढ़ाया गया था. लेकिन, कुछ स्कीम्स पर ब्याज दर स्थिर थीं. इन स्कीम्स में इस बार बदलाव होने की संभावना है. हाल ही में EPF की ब्याज दर में भी बढ़ोतरी की गई है. इसे देखते हुए लगता है आम पब्लिक के लिए भी पब्लिक प्रोविडेंट फंड की ब्याज दर बढ़ाई जा सकती है.

1 अप्रैल से Small Savings scheme पर बढ़ेगा ब्याज?

सूत्रों की मानें तो छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Scheme) के ब्याज पर 31 मार्च को समीक्षा होगी. वित्त मंत्री खुद इसका ऐलान करेंगी. मतलब 1 अप्रैल-30 जून तक की अवधि के लिए ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है. ज्यादातर एक्सपर्ट्स भी मान रहे हैं कि पब्लिक के डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज मिलने की पूरी संभावना है. सूत्रों की मानें तो सरकार स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दर 20-30 बेसिक प्वाइंट की बढ़ोतरी कर सकती है. वित्त मंत्री ने बजट में सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post office MIS) में बदलाव किया था. अब इनके ब्याज में बदलाव की बारी है. साथ ही PPF, NSC और सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाओं में निवेश करने वालों को भी बढ़िया रिटर्न दिया जा सकता है. 

क्यों बढ़ सकता है ब्याज?

सूत्रों ने बताया Small savings scheme के ब्याज को बढ़ाने का फैसला इसलिए भी हो सकता है, क्योंकि लगातार कर्ज की दर बढ़ रही है. ये एक ट्रेंड रहा है, जब कर्ज की दर महंगी होती है तो पब्लिक के डिपॉजिट पर भी रिटर्न मिलता. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बैंक भी लगातार फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed deposit) पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं. 2020 में जहां फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर 4% तक पहुंच गई थी, वहीं अब कुछ बैंक 8% भी ब्याज दे रहे हैं. सोने-चांदी की कीमतों में भी इस वक्त काफी तेजी आई है. महंगाई कंट्रोल करने के लिए कर्ज को महंगा किया गया है. अगर कर्ज की तुलना में देखा जाए तो कम से कम 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी होनी चाहिए. लेकिन, सरकार फिलहाल 20-30 बेसिक प्वाइंट बढ़ोतरी कर सकती है.

तिमाही आधार पर रिवाइज होती हैं ब्याज दरें

स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स (Small savings scheme) पर हर तीन महीने में ब्याज दर की समीक्षा होती है. महंगाई और बाकी ग्लोबल इम्पैक्ट देखते हुए ब्याज में बदलाव होता है. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) इन ब्याज दरों को तय करता है और नोटिफाई करता है. अगली तिमाही के लिए ऐलान 31 मार्च को होना है.

किस स्कीम पर कितना ब्याज?

> नेशनल सेविंग्स रेकरिंग डिपॉटिज अकाउंट (National Savings Recurring Deposit Account): 5.8%

> नेशनल सेविंग्स मंथली इनकम अकाउंट (Monthly Income Scheme Account): 7.1%

> किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra): 7.2%

> पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund): 7.1%

> नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (National Savings Certificate): 7.0%

> सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Scheme): 7.6%

> वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizens Savings Scheme): 8.0%

> 1 से 5 साल के लिए National Savings Time Deposit Account(TD) पर 6.6-7.0% ब्याज मिलेगा.

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