इन 2 सरकारी बैंकों में आमदनी बढ़ाने का है अच्छा मौका, एफडी पर मिल रहा ज्यादा रिटर्न
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के बाद अब सार्वजनिक क्षेत्र के एक और इलाहाबाद बैंक ने अलग-अलग मैच्योरिटी के लिए फंड का एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत बढ़ा दिया है.
अगर आप सावधि जमा (FD) या अन्य किसी मैच्योरिटी वाली स्कीम में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के बाद अब सार्वजनिक क्षेत्र के एक और इलाहाबाद बैंक ने अलग-अलग मैच्योरिटी के लिए फंड का एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत बढ़ा दिया है. यह बढ़ोतरी एक दिसंबर 2018 से लागू होगी. इससे पहले स्टेट बैंक ने चुनिंदा एफडी पर ब्याज दर 0.10 प्रतिशत तक बढ़ाई है.
इलाहाबाद बैंक ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि 0.5 से 0.10 प्रतिशत तक की ये वृद्धि एक करोड़ रुपये तक की जमा राशि पर प्रभावी है. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा, ‘‘बैंक की संपत्ति देनदारी प्रबंधन समिति (आल्को) ने मौजूदा एमसीएलआर की समीक्षा के बाद इसमें 0.10 प्रतिशत की वृद्धि करने का फैसला किया है.
एमसीएलआर को संशोधित कर 8.65 प्रतिशत किया
एक साल की एमसीएलआर को संशोधित कर 8.65 प्रतिशत किया गया है. 2 और 3 साल के एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.85 प्रतिशत और 8.95 प्रतिशत किया गया है. एक दिन की, एक तीन और छह महीने की एमसीएलआर को 8.15 से 8.50 प्रतिशत किया गया है.
स्टेट बैंक ने जमा पर ब्याज दर 0.10 प्रतिशत तक बढ़ाई
उधर, स्टेट बैंक ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि एक करोड़ रुपये तक की जमा राशि पर 0.5 से 0.10 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है. यह बढ़ोतरी तत्काल प्रभाव से लागू है. निजी क्षेत्र के दो प्रमुख बैंकों एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने भी इस महीने जमा पर ब्याज दर बढ़ाई हैं. इसके बाद एसबीआई ने यह फैसला किया है.
1 साल से अधिक के जमा पर 6.80 प्रतिशत ब्याज
एसबीआई ने एक साल से अधिक और दो साल से कम अवधि की सावधि जमा के लिए ब्याज दर को पहले के 6.70 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.80 प्रतिशत कर दिया है. वरिष्ठ नागरिकों के लिए समान अवधि की सावधि जमा पर ब्याज दर को 7.30 प्रतिशत कर दिया गया है.
2 साल से अधिक के जमा पर ब्याज 0.05 प्रतिशत बढ़ाया
दो साल से अधिक और तीन साल से कम की सावधि जमा पर ब्याज दर को 6.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.80 प्रतिशत किया गया है. वरिष्ठ नागरिकों के लिये यह दर 7.30 प्रतिशत होगी. अन्य अवधि की सावधि जमा के लिए ब्याज दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.
एजेंसी इनपुट के साथ