परंपरागत निवेश के ऑप्शन के तौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट (fixed deposit) बेहद पॉपुलर रहा है. खासकर अगर यह एफडी पोस्ट ऑफिस (Post Office) में कराया जाता है तो यह और भी बेहतर माना जाता है. पोस्ट ऑफिस में एफडी कराने के फायदे भी हैं और सुविधाएं भी अधिक हैं. सुरक्षा के लिहाज से यहां एफडी (FD) कराना और भी सुरक्षित हो जाता है. यहां एफडी के तौर पर जमा अमाउंट पर ब्याज का सलाना आधार पर दिया जाता है, लेकिन ब्याज का कैलकुलेशन तिमाही आधार पर किया जाता है. पोस्ट ऑफिस में एफडी कराना बेहद आसान है. इंडिया पोस्ट (india post) की वेबसाइट के मुताबिक, पोस्ट ऑफिस में आप 1,2, 3, 5 सालों के लिए एफडी करा सकते हैं.

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एफडी अकाउंट ऐसे खोल सकते हैं

पोस्ट ऑफिस में एफडी के लिए कोई व्यक्ति अपना अकाउंट चेक या कैश देकर खोल सकता है. अगर यह एफडी अकाउंट चेक से खोला जा रहा है तो यहां ध्यान रखें कि पैसा जिस तारीख में सरकारी अकाउंट में जमा हो जाएंगे, उसी दिन से एफडी अकाउंट खुलने की तारीख मानी जाएगी. अकाउंट खोलने के लिए न्यूनतम 200 रुपये लगते हैं. इस अकाउंट में अधिकतम राशि जमा करने की कोई सीमा नहीं है.

एफडी पर ब्याज

पोस्ट ऑफिस में अगर आप एफडी कराते हैं तो फिलहाल आपको एक से पांच साल की एफडी के लिए 6.9 से लेकर 7.7 प्रतिशत ब्याज के रूप में रिटर्न मिलता है. पांच साल की एफडी कराने पर आपको 7.7 प्रतिशत का ब्याज मिलता है.

अकाउंट को करा सकते हैं ट्रांसफर

अगर आप शहर या जगह बदल रहे हों तो आप पोस्ट ऑफिस में कराए एफडी को जहां आप जा रहे हैं वहां के पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी करा सकते हैं. एफडी अकाउंट एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर किया जा सकता है.

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अकाउंट में कर सकते हैं ये बदलाव

इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के मुताबिक, अगर आपका व्यक्तिगत एफडी अकाउंट है तो आप इसे ज्वाइंट अकाउंट में बदल सकते हैं. इसी तरह अगर ज्वाइंट अकाउंट है तो आप इसे दोबारा सिंगल अकाउंट में बदल सकते हैं.

नॉमिनी बदलने की सुविधा

पोस्ट ऑफिस एफडी में नॉमिनी को जोड़ने या बदलने की भी सुविधा है. आप नॉमिनी को अकाउंट खुलने के बाद भी जोड़ सकते हैं या बदल सकते हैं. इसके अलावा एक नाबालिग भी एफडी अकाउंट खोल सकता है.  हां, जब वह बालिग हो जाएगा तो उसे अपने नाम पर अकाउंट ट्रांसफर करने के लिए अप्लाई करना होगा.