कोरोना महामारी के बाद इंश्योरेंस प्लान को लेकर ज्यादा सतर्क हैं लोग, प्लान लेते समय इन बातों पर रहती है नजर
Term Insurance: कोरोना महामारी के बाद लोगों ने अपनी फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. 29 फीसदी लोगों का मानना है कि उनका मौजूदा इंश्योरेंस कवरेज पर्याप्त नहीं है.
Term Insurance: देश में पिछले एक साल के दौरान प्योर प्रोटेक्शन टर्म प्लान की मांग बढ़ी है. पिछले साल के मुकाबले 3 गुना ज्यादा लोगों को लगता है कि उनका इंश्योरेंस कवरेज कम है. मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने अपनी फ्लैगशिप रिपोर्ट 'इंडिया प्रोटेक्शन कोशेंट 4.0' सर्वे के चौथे एडिशन में इसकी जानकारी दी.
फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर बढ़ा ध्यान
रिपोर्ट के मुताबिक लोगों में इंश्योरेंस को लेकर जागरूकता बढ़ी है और लोग अपने फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर भी ध्यान दे रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के 9 फीसदी के मुकाबले 3 गुना ज्यादा 29 फीसदी लोगों का मानना है कि उनका मौजूदा इंश्योरेंस कवरेज पर्याप्त नहीं है और उन्हें अपना सम एश्योर्ड बढ़ाने की जरूरत है.
पॉलिसी लेते समय इन बातों को रखा जाता है ध्यान
हर 4 में से एक भारतीय ज्यादा प्रीमियम के साथ टर्म प्लान जोड़ते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अन्य बाधाओं में छिपे हुए शर्त, क्लेम के मामले में रिफंड, टर्म प्लान की खरीद के दौरान प्रीमियम और कवर का मूल्य आदि मुख्य विचार हैं, जिनके बारे में एक पॉलिसी कस्टमर्स मुख्य रूप से विचार करते हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, 71 फीसदी लोग टर्म इंश्योरेंस खरीदते समय प्रीमियम को सबसे महत्वपूर्ण मानदंड है. इसके बाद 68 फीसदी लोग कवर का मूल्य, 52 फीसदी लोग राइडर्स या ऐड ऑन बेनेफिट्स को देखते हैं. कोरोना के दौरान अपने प्रियजनों की सुरक्षा के महत्व को समझते हुए मिलेनियल्स के बीच टर्म इंश्योरेंस की ओनरशिप 38 फीसदी से बढ़कर 43 फीसदी हो गई.
25 शहरों में किया गया सर्वे
यह सर्वे 10 दिसंबर, 2021 से 14 जनवरी, 2022 के दौरान 25 शहरों के 5,729 लोगों के बीच किया गया है. इनमें छह महानगर, नौ पहली श्रेणी के और 10 दूसरी श्रेणी के शहर शामिल हैं. सर्वे में 25 से 55 साल के ऐसे लोगों जिनके परिवार की आय दो लाख रुपये या अधिक है, से कुछ सवालों के जवाब पूछे गए.