New Wage Code latest news in Hindi: नए श्रम कानून अभी लागू होने हैं. लेकिन, पिछले 2 साल से इनकी चर्चा जोरों पर है. देश में कुल चार लेबर कोड अमल में लाए जाएंगे. ज्यादातर राज्यों ने ड्राफ्ट रूल्स पर अपनी सहमति दे दी है. श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने उम्मीद जताई है कि नए श्रम कानून जल्द लागू होंगे. Labour Ministry की तरफ से तैयारी पूरी की जा चुकी हैं. न्यू वेज कोड लागू होने पर नौकरीपेशा को सबसे ज्यादा फायदा होगा. उनका प्रोविडेंट फंड में ज्यादा कॉरपस जमा होगा. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भले ही मंथली इन हैंड सैलरी में कुछ कमी आएगी लेकिन, EPF के जरिए रिटायरमेंट फंड ज्‍यादा इकट्ठा होगा. आपका EPF अकाउंट ही आपको करोड़पति बना सकता है.

New Wage Code की कैलकुलेशन

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New Wage Code लागू होने पर मान लेते हैं कि किसी एम्प्लॉई की बेसिक सैलरी 25 हजार रुपए महीना है. ऐसी स्थिति में उसके पास रिटायरमेंट पर EPF की कुल रकम 1,18,58,402 रुपए होगी. इस कैलकुलेशन में 5 फीसदी का सालाना इंक्रीमेंट भी रखा गया है, जिससे EPF का फंड और बढ़ जाएगा.

अगर मौजूदा स्थितियों को देखें तो किसी एम्प्लाई की सैलरी मंथली सैलरी 50 हजार रुपए है और बेसिक सैलरी 15 हजार रुपए है तो रिटायरमेंट पर PF की रकम 64,62,867 रुपए होगी.

 

 

क्‍या है कॉस्‍ट टू कम्‍पनी?

किसी कंपनी की तरफ से अपने कर्मचारी पर किया जाने वाला खर्च CTC होता है. यह कर्मचारी का पूरा सैलरी पैकेज होता है. CTC में मंथली बेसिक पे, भत्‍ते, रीइम्‍बर्समेंट शामिल होता है. वहीं, सालाना आधार पर ग्रेच्‍युटी, एनुअल वैरिएबल पे, एनुअल बोनस जैसे प्रोडक्ट शामिल होते हैं. CTC की रकम कर्मचारी की टेक होम सैलरी के बराबर कभी नहीं होती. CTC में कई कंपोनेंट होते हैं इसलिए यह अलग होती है. CTC = ग्रॉस सैलरी + PF + ग्रेच्‍युटी

बेसिक सैलरी

बेसिक सैलरी किसी कर्मचारी की बेस इनकम होती है. सभी कर्मचारियों के लेवल के आधार पर यह फिक्‍स होती है. यह कर्मचारी के पद और जिस उद्योग में वह काम कर रहा है उसके अनुसार होती है.

ग्रॉस सैलरी

PF Calculator New Wage Code: बिना टैक्‍स काटे जो बेसिक पे और भत्‍तों को जोड़कर सैलरी बनती उसे ग्रॉस सैलरी कहते हैं. इसमें बोनस, ओवर टाइम पे, हॉलिडे पे और अन्‍य मद के भत्‍ते शामिल होते हैं.

Gross Salary = बेसिक सैलरी+HRA+अन्‍य भत्‍ते

नेट सैलरी

नेट सैलरी को टेक होम सैलरी भी कहते हैं. टैक्‍स कटने के बाद जो सैलरी बनती है उसे नेट इनकम कहते हैं.

Net Salary = Basic Salary + HRA + भत्‍ते - आयकर - EPF - Professional Tax

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