Mutual Fund NFO: एसेट मैनेजमेंट कंपनी व्हाइटओक कैपिटल म्यूचुअल फंड (WhiteOak Capital Mutual Fund) ने हाइब्रिड कैटेगरी में नया बैलेंस्‍ड फंड लॉन्च किया है. कंपनी ने नए फंड ऑफर (NFO) 'व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड (WhiteOak Capital Balanced Hybrid Fund) का सब्सक्रिप्‍शन 5 अक्टूबर 2023 से 19 अक्टूबर 2023 तक खुला रहेगा. इक्विटी और डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करने वाली यह एक ओपन-एंडेड बैलेंस्ड स्कीम है. एसेट मैनेजमेंट कंपनी का कहना है कि लंबी अवधि में बड़ा कॉपर्स बनाने में यह स्‍कीम मददगार हो सकती है. 

₹500 से शुरू कर सकते हैं निवेश

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व्हाइटओक कैपिटल म्यूचुअल फंड के मुताबिक, इस बैलेंस्‍ड हाइब्रिड स्‍कीम में एकमुश्‍त मिनिमम 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्‍टीपल में निवेश कर सकते हैं. वहीं, इस स्‍कीम में SIP मिनिमम 100 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्‍टीपल में कर सकते हैं. इस स्कीम को CRISIL हाइब्रिड 50+50 मॉडरेट इंडेक्स के सामने बेंचमार्क किया गया है. इस स्‍कीम के फंड मैनेजर रमेश मंत्री (इक्विटी), तृप्ति अग्रवाल (सहायक फंड मैनेजर), पीयूष बरनवाल (डेट), शरिक मर्चेंट (ओवरसीज इन्वेस्टमेंट) हैं. 

NFO के लॉन्‍च मौके पर व्हाइटओक कैपिटल एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड के CEO आशीष सोमैया ने कहा, 'आमतौर पर बैलेंस्ड फंड को सिर्फ "बैलेंस्ड" होना माना जाता था. लेकिन टैक्स पहलुओं के चलते उन्होंने इक्विटी में 65%-80% तक का एक्सपोजर ले लिया, जिससे वे "ऑफ बैलेंस" हो गए.  इसके चलते उनका नाम बदलकर "एग्रेसिव हाइब्रिड फंड" करना पड़ा. लेकिन रिटर्न के लिए आप कितना रिस्‍क उठाते हैं, यह तय करने में टैक्सेशन के पहलु पर बहुत ज्‍यादा फोकस नहीं करना चाहिए. यह स्कीम रिस्क-एडजस्टेड' आधार पर एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स के मुकाबले बेहतर बैलेंस के लिए नियमित अंतराल पर एलोकेशन को 50:50 पर 'री-बैलेंस' करना जारी रखेगी. 

कौन कर सकता है निवेश

एसेट मैनेजमेंट कंपनी के मुताबिक, यह स्‍कीम लंबी अवधि में कैपिटल एप्रीसिएशन में मददगार हो सकती है. इसमें निवेशकों को इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स और डेट और मनी मार्केट सिक्योरिटीज के बैलेंस्ड पोर्टफोलियो में निवेश का मौका मिलेगा. व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड में इक्विटी से लंबी अवधि में हाई वेल्थ क्रिएशन का मौका है जबकि डेट इंस्ट्रूमेंट्स से पोर्टफोलियो को स्‍टैबिलिटी मिलेगी.

स्कीम का लक्ष्य न केवल समय के साथ बेहतर रिटर्न हासिल करना है, बल्कि प्‍योर इक्विटी एलोकेशन से जुड़ी वॉलेटिलिटी को कम करना है. फंड में तीन साल से ज्‍यादा की होल्डिंग पर इंडेक्सेशन बेनेफिट के साथ लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स का भी फायदा होगा. फंड एलोकेशन में इक्विटी और इक्विटी संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स (विदेशी सिक्योरिटीज सहित) में 40-60% और डेट सिक्योरिटीज (सिक्योरिटाइज्‍ड डेट सहित) मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स, और विभिन्न क्षेत्रों में कैश और कैश समकक्ष और/या डोमेस्टिक लिक्विड म्यूचुअल फंड स्कीम के यूनिट्स में 40-60% निवेश शामिल है.  

 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां सिर्फ एनएफओ की जानकारी दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं है. म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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