Mother's Day 2021: एक मां को अपने बच्चों की काफी फिक्र होती है. हर पल वह उसके फ्यूचर को संवारने में लगी रहती हैं. लेकिन आपको यह भी पता है कि फ्यूचर संवारने में फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial planning) की जरूरत होती है. एक मां के तौर पर आपकी बड़ी जिम्मेदारी है. आज मदर्स डे (Mother's Day 2021) है. क्यों न आज से ही आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial planning) की खूबसूरत शुरुआत करें, ताकि भविष्य में आपको दोहरी खुशी मिल सके. आपको बता दें कि हाल में किए गए सर्वे में वित्तीय मामले में महिलाओं का बदलता स्वरूप सामने आया है. करीब 70 प्रतिशत महिलाएं अपने बच्चे की शिक्षा के लिए बचत करती हैं और 54 प्रतिशत अपने बच्चे की शादी के लिए पैसे बचाती हैं. 76 प्रतिशत महिलाओं के पास जीवन बीमा पॉलिसी है, और 29 प्रतिशत महिलाएं मेडिकल इमरजेंसी को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं और उसके लिए बचत करती हैं. आइए यहां Mother's Day 2021 के मौके पर फाइनेंशियल प्लानिंग को लेकर जरूरी बातों को जानते हैं.

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बजट बनाएं (make a budget)

अवीवा इंडिया के हेड आफ मार्केटिंग विनीत कपाही कहते हैं कि बजट (Budget) बनाना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह आपको अपनी इनकम (Income) और खर्च का अनुमान देता है. अपनी आय को कैलकुलेट करें और जो सबसे पहले जरूरी खर्चे हैं, जैसे- ईएमआई (EMI), किराए, बच्चों की देखभाल, ग्रोसरी, यूटिलिटी आदि, इन सबकी एक लिस्ट बनाएं. अगर आप कामकाजी महिला हैं, तो हर महीने के बजट का ट्रैक रखें. गृहिणी वर्क फ्रॉम होम कर सकती है और कैश इनफ्लो की योजना बना सकती हैं. बजट आपको अपने पैसे पर फोकस्ड रहने में मदद करेगा और बेहद जरूरी चीजों पर खर्च के साथ फिज़ूलखर्ची से बचाएगा. 

टर्म इंश्योरेंस में खर्च करें (Spend in term insurance)

वित्तीय सुरक्षा (Financial security) सुनिश्चित करने का एक पहला कदम है टर्म इंश्योरेंस (Term insurance) में निवेश. टर्म इंश्योरेंस एक नेट सिक्योरिटी प्लान है, जो किसी दुखद परिस्थिति में बच्चों को वित्तीय सुरक्षा जाल प्रदान करता है. रेगुलर आय के साथ टर्म प्लान, या निश्चित उम्र के बाद पेंशन, इसके आदर्श विकल्प हो सकते हैं. ये पॉलिसियां पॉलिसीधारक को या नॉमिनी को नियमित मासिक आय के अलावा डेथ बेनेफिट भी प्रदान करती हैं.

इमरजेंसी फंड बनाकर रखें (Maintain Emergency Fund)

यह नियम बना लें कि आपके पास हर वक्त नियमित बचत खाते के रूप में एक इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) हो. विनीत कहते हैं कि एक मां के रूप में, व्यक्ति को नौकरी खोने, अचानक उत्पन्न हुई मेडिकल इमरजेंसी (Medical emergency) आदि के लिए तैयार रहना चाहिए. इमरजेंसी फंड के लिए अपना पैसा बचत खाते में, फिक्स्ड डिपॉज़िट (Fixed deposit) में और रेकरिंग डिपॉज़िट (Recurring deposit) में रखें. व्यक्ति को मौजूदा आय के 3 से 6 माह की लिक्विडिटी बनाकर रखनी चाहिए और इसे समय के साथ बढ़ाकर 6 से 12 माह तक ले जाना चाहिए.

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